बड़ी खबर! इस दिन आएंगे किसानों के खाते में 4000 रुपये, ऐसे चेक करें अपनी किस्त का विवरण/स्थिति


किसानों (Farmers) को बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है. अगर आप पीएम किसान (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) योजना के लाभार्थी हैं तो ये खबर बस आपके लिए ही है. पीएम किसान योजना (PM Kisan) के तहत 10वीं किस्त जारी (PM Kisan 10th installment) करने की तारीख तय हो गई है. इतना ही नहीं, सरकार की तरफ से किस्त ट्रांसफर करने के लिए सभी जरूरी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं.


सरकार ने अब तक 11.37 करोड़ किसानों को 1.58 लाख करोड़ रुपये भेज चुकी है. अब केंद्र सरकार 15 दिसंबर 2021 तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM KISAN scheme) की अगली यानी 10वीं किस्त जारी करने की योजना बना रही है. गौरतलब है कि सरकार ने पिछले साल 25 दिसंबर 2020 को किसानों को पैसा ट्रांसफर किया था.

ऐसे चेक करें अपनी किस्त का Status
- सबसे पहले pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाएं.
- फिर किसान वेबसाइट में 'Farmers Corner' के ऑप्शन पर क्लिक करें.
- यहां आप लाभार्थी सूची (Beneficiary Status) पर क्लिक करें.
- इसमें किसान अपने क्षेत्र से जुड़ी जानकारी राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव का नाम इस सेक्शन में भरें.
- इसके बाद 'Get Report' के ऑप्शन पर क्लिक करते ही आपके सामने पूरी लिस्ट आ जाएगी.
- इसके बाद किसान इस लिस्ट में आप अपनी किस्त के Status को देख सकते हैं.



किसानों के खाते में आएंगे 4 हजार रुपये?
इस योजना के तहत जिन किसानों के खाते में पीएम किसान की 9वीं किस्त नहीं आई है उन्हें अब अगली किस्त के साथ पिछली राशि भी मिल जाएगी. यानी किसानों को अब 4000 रुपये मिलेंगे.

लेकिन आपको बता दें कि यह सुविधा उन किसानों को ही मिलेगी जिन्होंने 30 सितंबर से पहले रजिस्ट्रेशन कराई होगी. अगर आपने भी आवेदन किया है उसे स्वीकार कर लिया जाता है तो आपको एक साथ 4000 रुपये मिलेंगे.

किसानों को है 10वीं किस्त का इंतजार
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत अब किसानों को 10वीं किस्त का इंतजार है. अब तक किसानों के खाते में इस योजना की 9वीं किस्त डाली जा चुकी है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार पीएम किसान योजना के तहत किसानों के खाते में सलाना 2,000 रुपये की तीन किस्त यानी 6000 रुपये डायरेक्ट भेजती है. इस योजना का उद्देश्य देश के किसानों की आमदनी को बढ़ाना और सीधे तौर पर उनकी आर्थिक मदद है.