प्रयागराज। शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों के कदम पूरे आत्मविश्वास और दमदारी से आगे बढ़ रहे हैं। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा के लिए पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या पर नजर दौड़ाने से साफ हो जाता कि बेटियों की संख्या साल-दर-साल बढ़ती ही जा रही है। चूंकि यूपी बोर्ड से अधिकतर ग्रामीण परिवेश के स्कूल जुड़े हैं इसलिए बेटियों की बढ़ती संख्या ग्रामीण क्षेत्रों में बालिका शिक्षा के प्रति बढ़ते रुझान की ओर भी इशारा करती है।
2026 की हाईस्कूल परीक्षा के लिए 2,75,0945 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से 1,31,2263 (47.70 प्रतिशत) छात्राएं हैं। यह पिछले पांच साल में हाईस्कूल के लिए पंजीकरण कराने वाली छात्राओं में सबसे अधिक है। वैसे 2025-26 सत्र में यूपी बोर्ड से जुड़े 29531 स्कूलों में कक्षा नौ से 12वीं तक में कुल 1,01,76,431 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है, जिनमें बालिकाओं की संख्या 48,94,432 (48.09 फीसदी) है।
पढ़ाई-लिखाई में लड़कियों की संख्या बढ़ना सुखद संकेत है। आज लड़कियां किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर से लेकर हाल ही में हुए क्रिकेट वर्ल्डकप में भारत की बेटियों ने इसे साबित कर दिया है। - नीना श्रीवास्तव, पूर्व सचिव यूपी बोर्ड
तीन दशक में दोगुना से अधिक हुई छात्राओं की संख्या
तीन दशक पहले तक हाईस्कूल में जहां छात्राओं की संख्या छात्रों की तुलना में एक चौथाई भी नहीं थी वहीं अब 48 फीसदी तक बेटियां हो गई हैं। छात्राओं का पंजीकरण तीन दशक में दोगुना से अधिक हुआ है। वर्ष 1993 की हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकृत 16,39,933 परीक्षार्थियों में से महज 363574 (22.17%) छात्राएं थीं। वर्ष 2003 में 10वीं के लिए फॉर्म भरने वाले कुल 2,37,0770 परीक्षार्थियों में से 725467 (30.60%) छात्राएं थीं। हालांकि 2013 में 3804580 में से 1648788 (43.33%) छात्राओं का पंजीकरण हुआ था।
इंटरमीडिएट में तीन साल में सर्वाधिक पंजीकरण हाईस्कूल के बाद बड़ी संख्या में छात्राएं पढ़ाई छोड़ देती हैं। इसके बावजूद इंटरमीडिएट में इस बार लगातार चौथे साल सर्वाधिक पंजीकरण हुए हैं। इंटर में कुल पंजीकृत 24,79,352 परीक्षार्थियों में से 1176340 (47.44 प्रतिशत) बालिकाएं हैं
● 10वीं में लगातार बढ़ रहा छात्राओं के नामांकन का ग्राफ
● पांच साल में भागीदारी 44 से 47.70 फीसदी तक पहुंची
● हाईस्कूल परीक्षा 2026 में शामिल होंगी 13.12 लाख छात्राएं
● इंटरमीडिएट में 47.44 प्रतिशत छात्राएं बोर्ड परीक्षा देंगी
इंटर में बालिका पंजीकरण
2026 47.44 प्रतिशत
2025 46.49 प्रतिशत
2024 44.59 प्रतिशत
2023 44.09 प्रतिशत
2022 45.08 प्रतिशत
10वीं में बालिका पंजीकरण
2026 47.70 प्रतिशत
2025 47.08 प्रतिशत
2024 46.69 प्रतिशत
2023 45.52 प्रतिशत
2022 44.18 प्रतिशत

