मुजफ्फरनगर, मात्र सात हजार रुपये फीस के लिए प्राचार्य द्वारा अपमानित करने से आहत बीए तृतीय सेमेस्टर के छात्र ने शनिवार को बुढ़ाना के डीएवी पीजी कॉलेज में खुद पर तेल छिड़क कर आग लगा ली। इस घटना से कॉलेज में अफरा-तफरी मच गई। आसपास मौजूद छात्रों ने पीड़ित को बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक वह बुरी तरह से झुलस गया था।
झुलसे छोत्र को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है। बताया जा रहा है कि छात्र ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी दो वीडियो जारी किए थे। उधर घटना के बाद से प्राचार्य प्रदीप कुमार फरार हो गया।
बीए तृतीय सेमेस्टर के छात्र उज्ज्वल राणा पुत्र हरेंद्र उर्फ बॉबी द्वारा जान देने के प्रयास के बाद छात्रों ने सीएचसी पर और बाद में कॉलेज के बाहर जमकर हंगामा किया। भाजपा व रालोद के कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर इंसाफ नहीं मिलने पर दो दिन बाद आंदोलन की घोषणा कर दी।
कुछ देर बाद रालोद युवा जिलाध्यक्ष गज्जू पठान अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और कार्रवाई की मांग को लेकर धरने की घोषणा कर दी। इस दौरान हंगामा कर रहे छात्रों का एसएसआई के साथ तीखी झड़प भी हुई। बाद में कॉलेज गेट पर धरना शुरू कर दिया गया। इस घटना से क्षुब्ध एक शिक्षिका ने इस्तीफा देने की घोषणा भी की है।
इस संबंध में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संजीव अत्री का कहना है कि पीड़ित छात्र की बहन ने तहरीर दी थी, उसके आधार पर प्राचार्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
उज्जवल ने सोशल मीडिया पर बयान किया था अपना दर्द
छात्र उज्ज्वल राणा ने आत्मदाह का प्रयास करने से पहले सोशल मीडिया पर दो वीडियो जारी किए थे, जो अब तेजी से वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो में वह मीडिया से बात करते हुए बता रहा है कि कैसे सात हजार रुपये की फीस बकाया होने के कारण कॉलेज प्रशासन उसका परीक्षा फॉर्म जमा करने से इंकार कर रहा था और उसे अपमानित किया जा रहा था।
दूसरे वीडियो में उज्ज्वल ने एक शिकायती पत्र दिखाते हुए कॉलेज के प्राचार्य प्रदीप कुमार और कुछ पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए। उसने वीडियो में कहा कि उसे न्याय मांगने पर धमकाया गया, गालियां दी गईं और पीटा गया। उसने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर उसे कुछ होता है, तो ये सभी लोग इसके लिए जिम्मेदार होंगे।
छात्रों ने लगाई कॉलेज प्रबंधन पर गंभीर आरोप
छात्रों का आरोप है कि कॉलेज स्टाफ और पुलिस द्वारा लगातार किए जा रहे मानसिक उत्पीड़न के कारण ही उज्ज्वल ने यह भयानक कदम उठाया। इस घटना ने शिक्षा संस्थानों में छात्रों पर पड़ने वाले आर्थिक और मानसिक दबाव के मुद्दे को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
महिला शिक्षक ने त्यागपत्र की घोषणा
डीएवी पीजी कॉलेज में फिजिक्स की शिक्षक आकांशा चौधरी ने घटना को लेकर दुख प्रकट करते हुए कहा कि यह सिस्टम का फेलियर है। यह नहीं होना चाहिए था, इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता। हम छात्रों को समझाने के लिए हैं, यदि हम छात्रों को सही से नहीं समझा पा रहे हैं, तो हमारा क्या फायदा है। उन्होंने घटना से क्षुब्ध होकर कॉलेज से नौकरी छोड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि वह छात्रों के साथ हैं।

