इंचार्ज हेड मास्टर पद से 37 ने दिया इस्तीफा, 41 स्कूलों में मिड-डे मील बनवाने से किया इंकार


फर्रुखाबाद: बेसिक शिक्षा विभाग में काम के बोझ से परेशान होकर आखिरकार 37 शिक्षकों ने इंचार्ज प्रधानाध्यापक पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा बेसिक शिक्षाधिकारी के पास भेज दिया गया है। इससे यहां विभाग में भूचाल आ गया है।



सीतापुर प्रयागराज के बाद तीसरा यह जिला है जहां पर इतनी बड़ी संख्या में बेसिक शिक्षकों ने प्रभारी के पद से किनारा कर लिया है। जिले के जूनियर स्कूलों में करीब 90 फीसदी और प्राइमरी स्कूलों में 40 फीसदी शिक्षकों को इंचार्ज प्रधानाध्यापक का दायित्व दिया गया है। तमाम तरह की जवाबदेही से शिक्षक इस कदर टेंशन में हैं कि वह
पिछले काफी समय से इस्तीफा देने का मन बना थे । जब सीतापुर में इसको लेकर पहल की गई तो यहां के जूनियर और प्राइमरी शिक्षक संगठन के लोग भी सक्रिय हुए सबसे अधिक इंचार्ज प्रधानाध्यापकों को दिक्कत शासन की ओर से तय किए गए 14 पैरामीटर्स को लेकर है। इसके साथ ही तमाम प्रकार के एप भी उनके लिए बवाल बने हैं । एक मार्च को स्कूल खुल रहे हैं और ऊपर से एप के माध्यम से विभिन्न प्रकार के काम भी रहेगे तो बच्चों को पढ़ाने की नौबत कब आएगी । यह अपने आप में बड़ी समस्या बन गई है। राजेपुर ब्लाक के शिक्षकों ने सबसे पहले इसको लेकर पहल की और इंचार्ज प्रधानाध्यापक पद से इस्तीफा बीएसए को भेज दिया। इस्तीफा देने वालों में सरोज कुमारी, पूजा मेहरा, रीना पांडेय, रेनू मिश्रा, रजनी, प्रीती सिंह, किरन मौर्या, संध्या कुमारी, सुधा वर्मा, सुधीर कुमार, सरोज कुमार वर्मा, विजय कुमार मिश्रा , महेश कुमार सिंह, विपिन कुमार, राहुल प्रताप, बृजकिशोर सिंह, कर्मवीर, दीप कुमार, रवि कुमार, महेंद्र सिंह, उमाकांत, उपेंद्र वर्मा, सीबा खानम, रेसी कटियार, रत्नेंद्र विक्रम, मनोज कुमार शाक्य, कविता, अखिलेश कुमार, संजय वर्मा, रेखा अवस्थी शामिल हैं। इन सभी ने इंचार्ज प्रधानाध्यापक पद से कार्यमुक्त की बीएसए से मांग की है।


बेसिक शिक्षा मंत्री के दिए गए बयान के बाद जिले के परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने एमडीएम बनवाने से इन्कार कर दिया है। बेसिक शिक्षा मंत्री ने शिक्षक संगठन के कार्यक्रम में कहा था कि जिले के लोग लिखकर दें तो एमडीएम बनवाने का बोझ उनके सिर से हटाया जा सकता है।

जिले में प्रधानाध्यापक एमडीएम को लेकर लंबे समय से टेंशन में थे। अध्यापक न चाहते हुए यहां पर मिड डे मील बनवाने को मजबूर हो रहे हैं। जिले के 41 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों नेएमडीएम बनाने से हाथ खड़े कर दिए  हैं। प्रधानाध्यापकों ने कहा कि एमडीएम के कार्य से उन सभी को मुक्त किया जाए और यह व्यवस्था एनजीओ के हवाले कर दी जाए। जिन प्रधानाध्यापकों ने एमडीएम के कार्य से मुक्ति को बीएसए को पत्र लिखा है उनमें सुभद्रा कुमारी, मधुबाला अवस्थी, संध्या, सरोज, सुधा, लता, रेखा, ऊषा, आशीष बाजपेयी, मलका गंगवार, प्रियंका कटियार, मनोज कुमार शाक्य आदि शामिल हैं।