बरेली में शिक्षक संघ ने उठाई आवाज, शिक्षकों को भी मिले कोरोना योद्धा का दर्जा


उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ व उ.प्र. की संयुक्त कार्य समिति की वर्चुअल बैठक रविवार को हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि बेसिक शिक्षक की निर्धारित योग्यता से कम योग्यता होने पर एनजीओ के सदस्य को विद्यालय प्रांगण में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गंगवार ने कहा कि कोरोना काल में न जाने कितने शिक्षकों का पंचायत ड्यूटी के दौरान निधन हो गया। ऐसे शिक्षकों के परिवार वालों को अनुग्रह राशि दी जानी चाहिए। बेसिक शिक्षक जो वर्तमान में कोविड कमांड सेंटर पर कार्य रहे हैं उन्हें कोरोना योद्धा का दर्जा दिया जाना चाहिए। वहीं अवकाश के दिनों में कार्य कर रहे शिक्षकों को उपार्जित अवकाश दिया जाना चाहिए। पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यपक पदों पर जल्द ही पदोन्नति कराई जाए।

शिक्षामित्रों को शिक्षकों की तरह मिले वेतल : अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने प्रदेश मे कार्यरत शिक्षामित्रों व संविदा शिक्षकों को जून का मानदेय और शिक्षकों के समान नौकरी की सुरक्षा सहित वेतन देने का मुख्यमंत्री के लिए पत्र भेजा है। बता दें कि यह पत्र उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के अनुरोध पर अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल सिंह ने भेजा है। प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने बताया कि पत्र में प्रदेश के शिक्षामित्रों की समस्याओं के निस्तारण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने का आग्रह किया गया है। साथ ही पत्र में शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल सिंह ने सीएम को जन्मदिन की बधाई दी। इसके बाद पत्र में लिखा कि शिक्षामित्रों को जून महीने का मानदेय दिए जाने पर राज्य सरकार विचार कर फैसला लें। ताकि शिक्षामित्रों के परिवार के लिए भी जून के महीने में अपने परिवार को चलाने में किसी तरह की मुश्किल का सामना न करना पड़े। साथ ही शिक्षामित्रों के लिए भी शिक्षक की भांति वेतन व नौकरी की सुरक्षा प्रदान किया जाए। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष की पहल का स्वागत करते हुए उनका आभार व्यक्त किया।