मिड-डे मील को कोरोना मुक्त रखने की तैयारी:- एप्रेन, ग्लब्स व हैट से लैस होंगी रसोइया, बच्चों को कोरोना वायरस से बचाव को मिलेगा सैनिटाइजर


प्रतापगढ़:-  शासन ने परिषदीय एवं माध्यमिक स्कूलों में चलाई जा रही मध्याहन भोजन योजना को कोरोना मुक्त रखने की पूरी तैयारी कर ली है। कोरोना की तीसरी लहर का असर बच्चों पर पड़ने की आशंका जताई गई है। ऐसे में स्कूलों के बच्चों की सुरक्षा सबसे अहम हो गई है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए शासन ने एमडीएम को कोरोना मुक्त रखने को पूरी तैयारी कर ली है।



स्कूलों में काम करने वाली रसोइया को एप्रेन, ग्लब्स च हैट देने का निर्देश दिया है। इसके लिए मध्याहन भोजन निधि के खाते में 400 रुपये की दर से प्रति रसोईया दिया जा रहा है। इसके अलावा कोरोना से बचाव के लिए 12 रुपये प्रतिछात्र के हिसाब से सैनिटाइजर साबुन खरीदने व डाटा फीडिंग के लिए पैसा मध्यान भोजन निधि के खाते में भेजा जाएगा। एमडीएम समन्वयक मो. इजहार ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर यह दोनों पैसा मध्याहन भोजन निधि के खाते में भेज दिया जाएगा। दो हजार से अधिक स्कूलों में चल रही एमडीएम जिले कुल दो हजार 49 स्कूलों में मध्याहन भोजन संचालित की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत जिले के के लाख 89 हजार चार सौ 79 बच्चों को भोजन दिया जा रहा है। भोजन बनाने के लिए 7032 रसोइया की तैनाती की गई है। इन रसोइयों को सरकार ने एप्रेन, ग्लब्स व हैट देने के लिए कुल 28 लाख रुपये भेजा है। इसके साथ हो दो लाख 89 हजार चार सौ 79 बच्चों को 34 लाख 73 हजार 748 रुपये सैनिटाइजर साबुन व उनकी डाटा फीडिंग कराने के लिए दिए जाएंगे। बीएसए अशोक कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए रसोइयों को लैस किया जा रहा है। वहीं बच्चों के लिए सैनिटाइजर व साबुन की व्यवस्था शासन ने की है।