लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय के बाद अब नेशनल पीजी कालेज ने भी बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से 17 से 31 जनवरी तक अपनी सभी प्रयोगात्मक व लिखित परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। अब लिखित परीक्षाएं एक फरवरी से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार संचालित होंगी। इसके अलावा स्थगित परीक्षाएं पांच फरवरी से शुरू होंगी।
शनिवार को प्राचार्य प्रो. देवेंद्र कुमार सिंह ने बैठक कर यह निर्णय लिया। नेशनल कालेज में बीते पांच जनवरी से स्नातक तीसरे व पांचवें सेमेस्टर की परीक्षाएं चल रही थीं। इस दौरान कोरोना संक्रमण बढ़ने से बड़ी संख्या में छात्र-छात्रएं संक्रमित हो गए। इसी बीच लखनऊ विश्वविद्यालय ने अपनी परीक्षाएं स्थगित कर दीं तो भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) के प्रदेश महासचिव आर्यन मिश्र ने ट्विटर पर नेशनल कालेज की आफलाइन परीक्षाएं कराने पर आपत्ति जताई। गुरुवार को कालेज में बीकाम का एक छात्र भी कोरोना संक्रमित हो गया, जिसके बाद शनिवार को बैठक कर 17 से 31 जनवरी तक परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला लिया गया।
प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तिथि बाद में होगी जारी: प्राचार्य ने बताया कि 17 से 31 जनवरी के बीच जो भी प्रयोगात्मक परीक्षाएं हैं, उन्हें भी स्थगित किया गया है। इनका नया शेड्यूल बाद में जारी होगा। इस दौरान आनलाइन कक्षाओं का संचालन जारी रहेगा।
कर्मचारी रोस्टर के अनुसार आएंगे: कालेज में नान टीचिंग स्टाफ की ड्यूटी रोस्टर के अनुसार लगा दी गई है। उसी के अनुसार कर्मचारियों को आना है।
छात्रवास के विद्यार्थी घर जाएं : कालेज में परीक्षाएं स्थगित होने के बाद यहां छात्रवास में रहने वाले विद्यार्थियों को घर जाने के लिए कहा गया है। प्राचार्य ने बताया कि परीक्षाएं शुरू होने की जानकारी उन्हें मैसेज भेजकर दे दी जाएगी।
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जासं, लखनऊ : कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामले और ठंड के बीच स्कूलों ने कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थियों को बुलाना की तैयारी शुरू कर दी है। अब भी बड़ी संख्या में किशोर टीकाकरण से वंचित हैं।
इसके बावजूद निजी स्कूलों ने सोमवार से आफलाइन क्लास संचालित किए जाने के निर्देश जारी किए हैं। इससे अभिभावकों में रोष है। हालांकि, अभी सरकार और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ओर से स्कूल खोलने को लेकर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। प्रकरण पर जब जिला विद्यालय निरीक्षक डा. अमरकांत सिंह से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
छुट्टी के कारण पहले दिन 70 किशोर ही पहुंचे वैक्सीन लगवाने
कोरोना संक्रमण की नई लहर पर रोक लगाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार से लखनऊ के 215 स्कूलों में टीकाकरण अभियान शुरू किया। टीकाकरण के पहले दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम को निराश होना पड़ा। 15 से 18 वर्ष के कुल दस हजार 70 किशोरों ने ही टीकाकरण कराया। डाक्टरों के अनुसार, स्कूल बंद होने के कारण कम संख्या में छात्र-छात्रएं टीका लगवाने पहुंची। जिला इम्युनाइजेशन के नोडल इंचार्ज एमके सिंह ने बताया कि स्कूलों में सुबह नौ से शाम चार बजे तक टीकाकरण किया जाना था, लेकिन कम संख्या में अभिभावक अपने बच्चों को लेकर पहुंचे थे। इस कारण अब इन स्कूलों में टीकाकरण नहीं किया जाएगा।
अभी आनलाइन क्लास संचालित की जा रही हैं। आगे के लिए सरकार की ओर से जो दिशा-निर्देश होगा, उसका पालन किया जाएगा। बच्चों की सुरक्षा स्कूल के लिए सवरेपरि है।
-ऋषि खन्ना, प्रवक्ता, सीएमएस
कक्षा नौ से 12 की कक्षाएं आफलाइन संचालित की जाएंगी। इस दौरान कोरोना संबंधी प्रोटोकाल का सभी विद्यालयों के द्वारा पालन किया जाएगा। कक्षा नर्सरी से आठ तक की कक्षाएं आनलाइन माध्यम में संचालित की जाएंगी।
-अनिल अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष, अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिशएन
अभी बच्चों को स्कूल भेजना उचित नहीं है, क्योंकि कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं।
-भूपेंद्र सिंह, पदाधिकारी, आदर्श अभिभावक समिति