चुनाव ड्यूटी में लगाए गए उन कर्मचारियों को राहत मिलेगी जो छूट के दायरे में आते हैं। फिलहाल चुनाव आयोग के सॉफ्टवेयर में 50 हजार कर्मचारियों का ब्योरा दर्ज हो गया है। अब इनमें गर्भवती महिलाओं, दिव्यांग और 30 नवम्बर तक रिटायर हो रहे कर्मचारियों का नाम हटाया जाएगा। दिव्यांगों में सभी का नाम नहीं हटेगा। कुछ को दिव्यांग स्पेशल बूथ के लिए ड्यूटी करनी होगी।
जिन कर्मचारियों का नाम कटना है उनकी संख्या 10 हजार के करीब है। इनमें प्राथमिकता के तौर पर पहले उनके नाम हटाए जाएंगे जिनकी दोहरी ड्यूटी लग गई है। इनमें सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, बीएलओ यानी बूथ लेवल ऑफिसर, उड़न दस्ता, वीडियो सर्विलांस, स्टेटिक सर्विलांस में लगे कर्मचारी हैं। एडीएम वित्त एवं राजस्व और चुनाव प्रबंधन के कार्मिक प्रभारी बिपिन मिश्रा ने बताया कि शनिवार से छंटाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके बाद बचे 40 हजार कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। 1250 से अधिक मतदाताओं पर बूथ बढ़ाए जाने हैं। बूथ बढ़ने से कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ेगी। ऐसे में अनुमानित 4126 बूथों के लिए कुल 16 हजार 504 कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। कुल 130कर्मचारियों की ड्यूटी लगनी है इस लिहाज से 21 हजार 455 कर्मचारी विभागों से तैनात किए जाएंगे।