लखनऊ : प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) के नये अधिकारियों के विरुद्ध छोटे-छोटे मामलों में दंड के बढ़ते प्रकरणों पर नियंत्रण के लिए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र उनकी काउंसिलिंग कराये जाने का निर्देश दिया है। छोटे-छोटे मामलों में दंडित होने की वजह से नये पीपीएस अधिकारियों की पदोन्नति की राह न रुके, इसके लिए उन्हें कार्य व आचरण में सुधार के लिये प्रेरित किया जायेगा। अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने डीजीपी मुकुल गोयल को पत्र लिखा है।
पीपीएस संवर्ग की प्रोन्नति के लिए विभागीय चयन समिति की बैठक के दौरान पात्रता सूची के अफसरों के सेवा अभिलेख देखे गये थे, जिनमें सामने आया था कि नये अधिकारियों को छोटे-छोटे मामलों में दंडित किया गया है। बैठक की अध्यक्षता कर रहे मुख्य सचिव ने इसे लेकर चिंता जताई थी और नये पीपीएस अधिकारियों को पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली से भलीभांति परिचित कराये जाने के साथ समय-समय पर वरिष्ठ अफसरों के स्तर पर उनकी काउंसिलिंग कराये जाने की बात कही थी। जिससे अधिकारियों के कार्य व आचरण में सुधार लाया जा सके। अफसरों की कार्यकुशलता बढ़ने से उसका लाभ लोगों को मिल सके। कम से कम दंडित होने की दशा में अफसरों को पदोन्नति के अधिक अवसर भी प्राप्त हो सकेंगे। काउंसिलिंग के बाद भी यदि किसी अधिकारी के कार्य व आचरण में सुधार नहीं होता है तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई भी की जायेगी। अपर मुख्य सचिव, गृह ने खासकर कनिष्ठ अफसरों की काउंसिलिंग कराने के साथ ही उन्हें अच्छे कार्य आचरण के लिए प्रोत्साहित किये जाने की बात कही है।