लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को लेकर चेतावनी प्रणाली (वार्निंग सिस्टम) लागू की जाएगी। जिसमें एक निर्धारित समय तक स्कूल न आने या स्कूल में कम समय देने वाले बच्चों की जानकारी मिलेगी। इससे अभिभावकों से संपर्क करके उन्हें वापस स्कूल लाया जाएगा। ऐसा करने वाला यूपी देश का पहला प्रदेश बनेगा। इसी क्रम में यूनीसेफ के रोलिंग वर्क प्लान में स्वीकृत गतिविधियों की जानकारी लेने एक अधिकारियों का दल जल्द ही नीदरलैंड जाएगा।
12 सदस्यीय इस दल का नेतृत्व बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह खुद करेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव की ओर से जारी आदेश के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग के उत्कृष्ट काम करने वाले अधिकारियों में अच्छे अभ्यास व नवाचार की समझ विकसित करने का काम यह दौरा करेगा। बेसिक शिक्षा मंत्री के साथ इस दल में संयुक्त शिक्षा निदेशक बेसिक गणेश कुमार, एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन कुमार सचान, समग्र शिक्षा के स्टेट हेड ऑफ क्वालिटी एजुकेशन आनंद कुमार पांडेय, स्टेट हेड ऑफ कम्युनिटी मोबलाइजेशन माधव तिवारी शामिल हैं।
इसके अलावा सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक श्याम किशोर तिवारी, बीएसए गौतम बुद्ध नगर एश्वर्या लक्ष्मी जायसवाल, खंड शिक्षा अधिकारी बाराबंकी सतीश कुमार त्रिपाठी, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता देवरिया के शिक्षक खुर्शीद अहमद, राज्य पुरस्कार विजेता बाराबंकी के दिनेश कुमार वर्मा, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता उन्नाव की शिक्षक स्नेहिल पांडेय व राज्य पुरस्कार विजेता बहराइच की आंचल पांडेय को इसमें शामिल किया गया है।