कोशिशें हजार, आज भी अंधेरे में सैकड़ों स्कूल: बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शासन से मांगा बजट


बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की तमाम कोशिशों के बावजूद जिले के 224 स्कूल आज भी अंधेरे में हैं। पिछले दिनों समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि जिले के 2852 स्कूलों में से 224 ऐसे हैं जहां बिजली कनेक्शन नहीं है।

बिजली पोल से 40 मीटर से अधिक दूरी वाले 208 स्कूलों में कनेक्शन के लिए झटपट पोर्टल पर आवेदन कर दिया गया है और बिजली विभाग से एस्टीमेट भी मिल गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने कनेक्शन के लिए बजट देने का अनुरोध राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ से किया है। इसके अलावा 40 मीटर से अधिक दूरी वाले 16 स्कूलों में बिजली कनेक्शन के लिए बिजली विभाग से एस्टीमेट नहीं मिला है। झटपट पोर्टल पर आवेदन करते हुए बिजली विभाग से एस्टीमेट देने का अनुरोध किया गया है।



स्कूलों से आधा किमी दूर बिजली का पोल
जिन स्कूलों में बिजली नहीं लग सकी है उनमें कुछ बिजली पोल से आधा किमी तक दूर हैं। प्राथमिक विद्यालय रेंगा मेजा की निकटतम पोल से दूरी 500 मीटर है। मेजा के ही प्राथमिक विद्यालय बधिहा की पोल से दूरी 400 मीटर तो कौंधियारा के प्राथमिक विद्यालय कुंई की पोल से दूरी 443 मीटर है। प्रतापपुर का पूर्व माध्यमिक विद्यालय सेमरी और मेजा के प्राथमिक विद्यालय कैलाशपुरी की निकटतम पोल से दूरी 300-300 मीटर है।

● पोल से 40 मीटर से ज्यादा दूर 16 स्कूलों में कनेक्शन नहीं

● बिजली पोल के करीब 208 स्कूल कनेक्शनविहीन

● बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शासन से मांगा बजट