*ऑनलाइन अटैंडेंस का मुद्दा न्यायपालिका की चौखट पर ।*
पूरे प्रदेश में शिक्षकों के ऑनलाइन अटैंडेंस के विरोध के बीच उच्च न्यायालय के पूर्व अधिवक्ता और प्रयागराज के शिक्षक अनुराग सिंह ने इस मुद्दे पर न्यायालय की शरण ली है ।
अनुराग सिंह ने जानकारी देते हुए बताया शिक्षकों की सैकड़ों समस्याओं को न सुलझा कर उनपर जबरन ऑनलाइन अटैंडेंस को थोपा जा रहा है ।
विपरीत परिस्थतियों में जल्द विद्यालय पहुंचने की आपाधापी में शिक्षक दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं ।
जानकारी देते हुए अनुराग सिंह ने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति जिला , ब्लॉक मुख्यालय पर न होकर सुदूर और दुर्गम क्षेत्रों में होती है जहाँ शिक्षक 40 से 100 किमी दूर से नौंकरी करने आते हैं । ऐसी परिस्थिति में बिना उनकी समस्याओं का समाधान किए वेतन काटने की धमकी देकर कार्य नहीं कराया जा सकता है ।
रास्ते मे जाम , क्रासिंग , एक्सीडेंट , वाहन पंचर होना , रास्ता टूटा होना , रास्ता बाढ़ में बह जाना , बारिश में बाढ़ की समस्या , दलदल की समस्या , शिक्षक के स्वयं या परिवार में अचानक किसी की तबियत खराब होने पर वेतन कटने के डर से शिक्षक जल्दबाजी में दुर्घटना /हार्ट अटैक के शिकार हो सकते हैं ।
अनुराग सिंह ने प्रदेश सरकार से निवेदन किया है कि शिक्षक संगठनों से वार्तालाप करके और व्यवहारिक समस्याओं का समाधान करने के बाद ही ऑनलाइन अटैंडेंस लागू करने पर विचार किया जाए ।
अनुराग सिंह ने सभी शिक्षकों से भी अपील की है कि ऑनलाइन अटैंडेंस से होने वाली परेशानी को व्हाट्सएप नम्बर 9532809807 पर सेंड करें या 8299290007 पर शाम 4 बजे के बाद कॉल कर अपनी समस्या बताएं।