परीक्षा का डर: एग्जाम के डर से बच्चों की हालत होती है खराब, जानिए इस पर काबू पाने के तरीके

परीक्षा का डर: बच्चों को कैसे करें इससे मुक्त?

परीक्षाएं छात्र जीवन का एक अहम हिस्सा हैं। लेकिन कई बार ये परीक्षाएं बच्चों के लिए एक बड़ा तनाव का कारण बन जाती हैं। परीक्षा का डर यानी एग्जाम फोबिया, बच्चों की पढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित कर सकता है। इस लेख में हम परीक्षा के डर के कारणों और इससे निपटने के कुछ प्रभावी तरीकों के बारे में विस्तार से जानेंगे।


परीक्षा के डर के कारण

परीक्षा का डर कई कारणों से पैदा हो सकता है, जैसे:

  • उच्च अपेक्षाएं: माता-पिता, शिक्षक या समाज की ओर से उच्च अपेक्षाएं बच्चों पर दबाव डाल सकती हैं।
  • असफलता का डर: परीक्षा में असफल होने का डर बच्चों को मानसिक रूप से परेशान कर सकता है।
  • तैयारी का अभाव: अगर बच्चा परीक्षा के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है, तो उसमें डर और चिंता होना स्वाभाविक है।
  • तुलना: अन्य बच्चों से अपनी तुलना करने से भी बच्चों में असुरक्षा और डर पैदा हो सकता है।
  • पिछले अनुभव: अगर किसी बच्चे ने पहले परीक्षा में खराब प्रदर्शन किया है, तो वह अगली परीक्षा को लेकर डर सकता है।

परीक्षा के डर से निपटने के तरीके

परीक्षा का डर एक गंभीर समस्या है, लेकिन इससे निपटा जा सकता है। कुछ प्रभावी तरीके इस प्रकार हैं:

1. खुली बातचीत:

  • बच्चे को सुनें: बच्चों को खुलकर अपनी भावनाएं व्यक्त करने दें। उन्हें बताएं कि आप उनकी भावनाओं को समझते हैं और उनकी मदद करने के लिए तैयार हैं।
  • डर को कम करें: बच्चों को समझाएं कि परीक्षा जीवन का एक छोटा सा हिस्सा है और असफलता का मतलब यह नहीं है कि वे असफल हैं।
  • सकारात्मक दृष्टिकोण: बच्चों को सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करें। उन्हें बताएं कि वे सक्षम हैं और वे परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।

2. तैयारी में मदद:

  • समय सारणी: बच्चों की मदद से एक समय सारणी बनाएं और उन्हें नियमित रूप से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करें।
  • छोटे लक्ष्य: बड़े लक्ष्यों को छोटे-छोटे लक्ष्यों में विभाजित करें, ताकि बच्चे आसानी से उन्हें पूरा कर सकें।
  • अध्ययन कौशल: बच्चों को प्रभावी अध्ययन कौशल सिखाएं, जैसे कि नोट्स बनाना, प्रश्न पूछना और संशोधन करना।

3. तनाव प्रबंधन:

  • योग और ध्यान: बच्चों को योग और ध्यान करने के लिए प्रेरित करें, ताकि वे तनाव को कम कर सकें।
  • शारीरिक गतिविधि: नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करने से तनाव कम होता है और मूड बेहतर होता है।
  • पर्याप्त नींद: बच्चों को पर्याप्त नींद लेने के लिए कहें, ताकि वे तरोताजा महसूस करें।
  • स्वस्थ आहार: स्वस्थ आहार लेना भी तनाव कम करने में मदद करता है।

4. सकारात्मक माहौल:

  • तुलना से बचें: बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से न करें।
  • प्रोत्साहन: बच्चों की सफलताओं को पुरस्कृत करें और उन्हें प्रोत्साहित करें।
  • सकारात्मक बातचीत: घर में सकारात्मक वातावरण बनाएं।

5. पेशेवर मदद:

  • काउंसलर: अगर बच्चे का डर बहुत अधिक है, तो एक काउंसलर की मदद लें।

6. परीक्षा के दिन की तैयारी:

  • सामग्री: परीक्षा के दिन आवश्यक सभी सामग्री पहले से तैयार रखें।
  • शांत वातावरण: परीक्षा के दिन शांत और शांत वातावरण बनाएं।
  • पॉजिटिव बातचीत: परीक्षा के दिन बच्चों से पॉजिटिव बातचीत करें।


परीक्षा का डर एक सामान्य समस्या है, लेकिन इससे निपटा जा सकता है। माता-पिता, शिक्षक और बच्चों को मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढना होगा। उपरोक्त सुझावों का पालन करके आप अपने बच्चों को परीक्षा के डर से मुक्त कर सकते हैं और उन्हें एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने में मदद कर सकते हैं।

अतिरिक्त सुझाव:

  • बच्चों को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • बच्चों को सिखाएं कि असफलता से सीखना जरूरी है।
  • बच्चों को आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए गतिविधियों में शामिल करें।
  • बच्चों को समय प्रबंधन करना सिखाएं।

यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। किसी भी गंभीर समस्या के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह लें।