05 January 2025

बेटों को फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने में दो अफसरों पर केस

गोरखपुर,। रेलवे में फर्जी तरीके से बेटों को नौकरी दिलवाने के मामले में पुलिस ने दो अफसरों पर केस दर्ज किया है। पूर्व कार्यालय अधीक्षक चंद्रेशखर आर्य और निजी सचिव-द्वितीय ने फर्जी कागजात पर नियुक्ति पत्र तैयार कर बेटों को नौकरी दिलाने के लिए कागजात रायबरेली भेजे थे।



रेलवे भर्ती बोर्ड के सहायक सचिव एसएन उराव ने पुलिस को बताया कि 20 दिसंबर 2024 को बोर्ड की ओर से कंप्यूटर आधारित टेस्ट-। (सीबीटी-1) 09 अगस्त से 31 अगस्त 2018, सीबीटी-।। 21 जनवरी से 23 जनवरी 2019 को सम्पन्न कराया गया। सीबीटी में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के प्रमाण-पत्र का सत्यापन 20 जून से 23 जुलाई 2019 तक कराया गया, जिसमें क्रमश रोल नंबर 451021087010025 एवं 441018096950222 प्रमाण पत्र सत्यापन में अनुपस्थित थे। रेलवे बोर्ड, गोरखपुर में उस समय कार्यरत दो कर्मचारियों पूर्व मुख्य कार्यालय अधीक्षक चन्द्रशेखर आर्य और निजी सचिव-।। राम सजीवन ने अपने-अपने पुत्रों क्रमश राहुल प्रताप और सौरभ कुमार के नाम प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी को प्राप्त कराया।


जिन अभ्यर्थियों का रोल नम्बर प्रयोग किया गया है, वे दोनों अभ्यर्थी प्रमाण-पत्र सत्यापन में अनुपस्थित हैं। उक्त दोनों रोल नंबर लोकेश कुमार और अनिल कुमार के हैं।