प्रयागराज। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में सम्मिलित हुए 54 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को अपने नाम और लिंग (जेंडर) में संशोधन का एक और मौका मिलेगा। बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने परिणाम जारी होने से पहले परीक्षार्थियों को विवरण में संशोधन का एक और अवसर देने का निर्णय लिया है ताकि अंकपत्र सह प्रमाणपत्र में किसी प्रकार की त्रुटि न रह जाए। इससे पहले भी बोर्ड संशोधन का मौका दे चुका है।
ये भी पढ़ें - 40 हजार शिक्षकों को पुरानी पेंशन मामलाः मुख्यमंत्री को झूठा साबित करने पर आमादा नौकरशाही
ये भी पढ़ें - हालात ए ARP चयन एग्जाम: परीक्षा में खुद फेल हुए गुरुजी, बच्चों को कैसे पढ़ाएंगे
24 फरवरी को 10वीं-12वीं की परीक्षा शुरू होने से पहले 20 हजार से अधिक बच्चों के विषय, जेंडर और नाम में संशोधन किए गए थे। उसके बावजूद कुछ अभिभावक विवरण में त्रुटि की शिकायत कर रहे हैं।