अमरोहा। बेसिक शिक्षा विभाग की एआरपी यानी एकेडमिक रिसोर्स पर्सन की लिखित परीक्षा में 16 शिक्षक क्वालीफाई नहीं कर पाए। इनमें राज्य पुरस्कार पाने वाले हिंदी के शिक्षक यतींद्र कटारिया भी शामिल है, जो अपने विषय हिंदी में ही फेल हो गए। लिखित परीक्षा के लिए 123 शिक्षकों ने आवेदन किया था। अब माइक्रो टीचिंग और साक्षात्कार होना है। जिसके बाद जिलेभर में पांच विषयों के लिए 25 शिक्षकों का चयन
परिषदीय स्कूलों के लिए ब्लॉकवार एआरपी का चयन किया जाना है। त्रिस्तरीय परीक्षा से गुजरने के बाद ही एआरपी की चयन प्रक्रिया पूरी होगी। सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग की एआरपी यानी एकेडमिक रिसोर्स पर्सन के लिए लिखित परीक्षा और माइक्रो टीचिंग ओर साक्षात्कार का आयोजन किया गया।
चयन प्रक्रिया के लिए सुबह से राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षकों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। पांच विषयों हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक अध्ययन व विज्ञान विषयों के लिए कुल 35 एआरपी का चयन किया जाना है। लिखित परीक्षा के बाद माइक्रो टीचिंग और साक्षात्कार के बाद ही एआरपी की चयन प्रक्रिया पूरी जानी है।
इसके लिए सोमवार को कॉलेज में देर शाम तक सीडीओ अश्वनी कुमार मिश्रा के दिशा निर्देशन में चयन प्रक्रिया चलती रही। सबसे पहले लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया। लिखित परीक्षा को क्वालीफाई करने के बाद माइक्रो टीचिंग व साक्षात्कार का आयोजन हुआ। देर शाम तक चयन प्रक्रिया चलने के कारण परिणाम की घोषणा नहीं की जा सकी थी।
एक परीक्षा की असफलता नहीं करती योग्यता का निर्धारण : कटारिया
एआरपी चयन के लिए शुरुआती दौर में सभी विषयों के शिक्षकों के लिए अलग-अलग 60 अंकों की लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया। हिंदी विषय से एआरपी के लिए संविलियन विद्यालय रामपुर तगा के सहायक अध्यापक व राज्य पुरस्कार पा चुके यतींद्र कटारिया ने भी आवेदन किया था, लेकिन वह चयन के पहले चरण की लिखित परीक्षा में ही बाहर हो गए। यतींद्र कटारिया का कहना है परीक्षा का आयोजन आनन-फानन में किया गया। एक दिन पहले ही चयन प्रक्रिया आयोजित होने की घोषणा की गई। इसके अलावा परीक्षा के लिए किसी तरह के सिलेबस की जानकारी भी नहीं दी गई थी। साथ ही हिंदी विषय के साथ पचास फीसदी तकनीकी विषय की परीक्षा भी ली गई। दोनों विषयों को मिलाकर ही मेरिट बनाई गई। जबकि पहले से इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। उनका कहना है कि किसी एक परीक्षा की असफलता योग्यता का निर्धारण नहीं करती है।
- एआरपी की चयन प्रक्रिया परियोजना कार्यालय द्वारा जारी किए दिशा निर्देशों के अनुरूप ही आयोजित की गई है। जिसमें पारदार्शिता का पूरा ध्यान रखा है। एआरपी की चयन प्रक्रिया में योग्यता के आधार पर ही चयन किया जाएगा। - अश्वनी कुमार मिश्रा, सीडीओ