14 May 2025

413 शिक्षकों को मिलेगा जिले से बाहर स्थानांतरण का मौका








परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का जिले के बाहर पारस्परिक स्थानांतरण की प्रक्रिया तेज हो गई है। एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले के लिए ऑनलाइन आवेदन हो चुके हैं। इसमें 413 शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। अब 25 मई से जोड़ा (पेयर) बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए शिक्षकों ने अपने पसंद के विद्यालयों के आवेदक शिक्षकों की खोज करनी शुरू कर दी है। विभाग को जिले से बाहर स्थानांतरण को मिले शिक्षकों के ऑनलाइन आवेदनों का सत्यापन पूरा हो चुका है। सत्यापन के बाद आवेदन की सूची को जिला स्तरीय समिति की बैठक में 13 मई तक रखा जाएगा।



14 से 20 मई के बीच विभाग की ओर से आवेदनों की सूची जारी की जाएगी। इसके बाद 25 से 31 मई तक आवेदक शिक्षक ओटीपी के माध्यम से आपस में जोड़ा बनाएंगे। परस्पर जोड़ा बनने के बाद इन शिक्षकों का तबादला आदेश चार जून को जारी किया जाएगा। कुछ शिक्षकों के डाटा में अंतर होने पर ऐसे शिक्षकों को भी मौका मिलेगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने बताया कि शिक्षक आवेदकों की जन्मतिथि, विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने की तिथि, जिले में कार्यभार ग्रहण करने की तिथि में मानव संपदा के डाटा से अलग होने पर शिक्षकों का पंजीकरण निरस्त नहीं होगा। निर्धारित तिथि में जरूरी प्रक्रिया पूरी कराते हुए मौका दिया जाएगा। फिलहाल पूरी प्रक्रिया पर जिले के शिक्षकों की निगाहें टिकी हैं। 20 मई से 15 जून तक ग्रीष्म अवकाश के बीच में ही कार्यभार ग्रहण की प्रक्रिया भी होगी। इसके लिए विद्यालयों को खोला जाएगा, ताकि ग्रीष्मावकाश के बाद विद्यालय खुलने पर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। शिक्षकों में उत्साह, परिवारों में राहत संभल। तबादला प्रक्रिया से वे शिक्षक सबसे ज्यादा खुश हैं, जो अब तक अपने घर या मूल जिले से दूर सेवाएं दे रहे थे। स्थानांतरण से वे अब अपने परिजनों के पास लौट सकेंगे। कई शिक्षक दंपतियों को भी साथ काम करने का मौका मिल सकता है, जिससे परिवार व पेशेवर संतुलन और बेहतर होगा। यह है परस्पर शिक्षक तबादला योजना संभल। यह योजना उन्हीं शिक्षकों के लिए है, जो किसी अन्य जिले के शिक्षक से आपसी सहमति के आधार पर अदला-बदली करना चाहते हैं। इससे विभाग पर अतिरिक्त भार नहीं पड़ता और दोनों जिलों में शिक्षक संतुलन भी बना रहता है। बीएसए अलका शर्मा ने बताया कि परस्पर तबादला प्रक्रिया पारदर्शी और तकनीकी तरीके से संचालित की जा रही है। जिससे योग्य और इच्छुक शिक्षकों को पूरा लाभ मिल सके।