लखनऊ। प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति पाने के बाद भी जॉइन न करने वाले शिक्षकों की पदोन्नति निरस्त करने की मांग की गई है। साथ ही इसके बाद के शिक्षकों को पदोन्नति देकर प्रधानाध्यापक पद पर तैनाती देने की मांग की गई है। इसके लिए शिक्षकों ने सोमवार को महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को ज्ञापन भेजा है।
शिक्षकों ने महानिदेशक को बताया कि सहायक अध्यापक व प्रवक्ता की पदोन्नति अधीनस्थ राजपत्रित पद पर करते हुए उनका पदस्थापन किया गया। कार्यभार ग्रहण करने के लिए 30 दिन का समय दिया गया। अधिकांश शिक्षकों द्वारा कार्यभार ग्रहण न करने पर एडी राजकीय ने 15 दिन का अतिरिक्त समय दिया, जो 09 मई को समाप्त हो गया।
उन्होंने कहा कि जिन शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अभी तक राजपत्रित पद पर कार्यभार ग्रहण नहीं किया है, उनके पदोन्नति आदेश निरस्त करें। इनके बाद के शिक्षक-शिक्षिकाओं को अधीनस्थ राजपत्रित पद पर पदोन्नति के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक को निर्देश दे। साथ ही अधीनस्थ राजपत्रित पद पर पदोन्नति हर साल होनी चाहिए। 2025 में अधीनस्थ राजपत्रित पद पर पदोन्नति प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है।