प्रयागराज। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती ने आवेदन की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के इतिहास में अब तक की सभी परीक्षाओं के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए 12 लाख 36 हजार 238 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। यानी एक पद के लिए 166 नए दावेदारों की है।
यूपीपीएससी में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2025 के विज्ञापन 28 जुलाई को जारी किया गया और आवेदन की अंतिम तिथि 28 अगस्त थी। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में 7466 पदों के लिए आयोग को कुल 12,36,238 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो किसी भी आयोग ने सात साल पहले वर्ष 2018 में टीजीटी पीजीटी भर्ती के लिए आए 10768 पदों के विज्ञापन संख्या जो जिसमें सात लाख 63 हजार 317 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे।
सात साल बाद आई भर्ती में 3302 पदों के लिए दोगुने से अधिक अभ्यर्थियों 4,72,921 को मौका मिला था और आवेदनों की संख्या बढ़ने का सिलसिला जारी है। इसी तरह एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में रिकॉर्ड कामयाबी हासिल होने जा रही है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार दोगुने से अधिक दावेदार हैं। इससे पूर्व आरो/एआरओ परीक्षा-2023 के लिए आयोग को 10,76,004 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए थे। आरो/एआरओ में केवल 411 पद थे। इसलिए आरो/एआरओ परीक्षा में स्पर्धा अधिक थी और एक पद पर 2618 दावेदार थे। लेकिन आवेदन की संख्या के मामले में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परिक्षा-2025 ने नया रिकॉर्ड कायम किया है।
परीक्षा में दो महत्वपूर्ण बदलाव
इस बार एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती-2025 में दो महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। पहले इस भर्ती के लिए सिर्फ स्नातकोत्तर की डिग्री अनिवार्य शैक्षिक योग्यता थी लेकिन पहली बार इस भर्ती में स्नातकों के साथ बोर्ड की डिग्री भी अनिवार्य कर दी गई है।
दूसरा महत्वपूर्ण बदलाव यह कि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती अब प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के माध्यम से पूरी होगी। पहले एलटी ग्रेड परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थियों का चयन किया था लेकिन मुख्य परीक्षा के लिए अर्ह अभ्यर्थियों का चयन के बाद मुख्य परीक्षा के प्रावधान के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन होगा।
प्रारंभिक परीक्षा की तिथि घोषित होने का इंतजार
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अभ्यर्थियों को अब प्रारंभिक परीक्षा की तिथि घोषित होने का इंतजार है।
■ प्रारंभिक परीक्षा इस साल होगी या अगले वर्ष, इस पर असमंजस की स्थिति है। हालांकि, आयोग सूत्रों के मुताबिक इस साल अक्टूबर में एक, नवम्बर में चार व दिसम्बर में तिथियां आरक्षित हैं।
■ ऐसे में आयोग के पास नवम्बर या दिसम्बर में परीक्षा आयोजन कराने का विकल्प है।