● क्यूआर सिस्टम और यूपीआई आधारित टोल संग्रह व्यवस्था से संबंधित एसओपी जारी हुई
● 1150 टोल प्लाजा में 18 इंच के एलईडी मॉनिटर पर डाइनेमिक क्यूआर कोड लगेंगे
नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। टोल प्लाजा पर डायनेमिक क्यूआर कोड सिस्टम से टोल प्लाजा कर्मचारी बिना फास्टैग वाहनों से अवैध वसूली नहीं कर पाएंगे। वहीं, संग्रहित होने वाला राजस्व ऑटोमेटिक टोल कंपनी व सरकार के खाते में जमा हो जाएगा।
सड़क परिवहन-राजमार्ग मंत्रालय ने 15 अक्तूबर को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) आधारित टोल संग्रह व्यवस्था संबंधी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर दी है। इसमें उल्लेख है कि देशभर के सभी 1150 टोल प्लाजा पर डाइनेमिक क्यूआर कोड डिस्प्ले (18 इंच के एलईडी मॉनिटर) लगाए जाएंगे। बिना फास्टैग के वाहन चालक इन स्क्रीन पर जनरेट होने वाले डाइनेमिक क्यूआर कोड को स्कैन कर टोल टैक्स का भुगतान कर सकेंगे। यह कार्य 31 अक्तूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डाइनेमिक क्यूआर कोड प्रत्येक लेन-देन के लिए यूनिक हिसाब-किताब रखेगा और टोल शुल्क की सटीक राशि दिखाएगा। इससे टोल ऑपरेटरों द्वारा गलत शुल्क मांगने या अधिक राशि वसूलने की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। इससे गड़बड़ी की संभावना शून्य हो जाती है। डिजिटल भुगतान से नकद की मैनुअल हैंडलिंग कम होगी। इस सिस्टम से राजस्व का ऑटोमेटिक बंटवारा होगा। एक्वायरर बैंक द्वारा यूपीआई माध्यम से जमा शुल्क को एनएचएआई और टोल संग्रह एजेंसी में स्वत: बंट जाएगा।

