प्रतापगढ़। जिले के सभी माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की अध्ययन क्षमता, सामान्य ज्ञान और सामाजिक समझ को मजबूत करने के उद्देश्य से एक नई पहल शुरू की गई है। इसके तहत अब स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए प्रतिदिन समाचार-पत्र पढ़ना अनिवार्य कर दिया गया है। यह निर्णय विद्यार्थियों की पढ़ने की रुचि विकसित करने के साथ-साथ डिजिटल स्क्रीन टाइम को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है।
जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा इस संबंध में सभी माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी किए गए हैं। निर्देशों के अनुसार, विद्यालयों में पुस्तकों के साथ-साथ समाचार-पत्रों को भी दैनिक पठन संस्कृति का अभिन्न अंग बनाया जाएगा। विद्यार्थी प्रतिदिन विद्यालय पहुंचकर समाचार-पत्र पढ़ेंगे, जिससे उनका ज्ञानवर्धन हो सके।
डीआईओएस ने बताया कि अखबारों में प्रकाशित मानवीय कहानियां और सामाजिक मुद्दों से जुड़ी खबरें विद्यार्थियों को दूसरों के अनुभवों और चुनौतियों को समझने में मदद करेंगी। इससे उनमें सहानुभूति, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना का विकास होगा, जो आगे चलकर उन्हें एक जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करेगी।
समाचार-पत्र पढ़ने से विद्यार्थियों की शब्दावली और भाषा-शैली में भी सुधार होगा। विभिन्न प्रकार के लेख, समाचार और संपादकीय पढ़ने से उनकी लेखन क्षमता विकसित होगी। साथ ही, विविध दृष्टिकोण और विश्लेषणात्मक लेखों के माध्यम से विद्यार्थियों में आलोचनात्मक चिंतन (क्रिटिकल थिंकिंग) और सही-गलत में अंतर करने की समझ भी बढ़ेगी।
अधिकारियों का मानना है कि डिजिटल माध्यमों की तुलना में भौतिक समाचार-पत्र पढ़ने से विद्यार्थियों की एकाग्रता और धैर्य में वृद्धि होगी। यह पहल न केवल शैक्षिक दृष्टि से उपयोगी सिद्ध होगी, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

