एक शिक्षक ने कराई आठ कक्षाओं की परीक्षाएं

 

बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी से परिषदीय स्कूलों की परीक्षाएं हो रहीं प्रभावित, कमरों में पास-पास बैठे बच्चे, एक-दूसरे की कापी देखकर दी परीक्षा
फर्रुखाबाद बोर्ड परीक्षा में शिक्षकों की ड्यूटी लगने से बेसिक शिक्षा विभाग के कुछ स्कूलों में पेपर कराने में दिक्कतें आ रही हैं। किसी विद्यालय में प्रधानाध्यापक ने शिक्षामित्र के सहयोग से तो किसी में एक ही शिक्षक ने कक्षा एक से आठ तक के छात्रों की परीक्षा कराई।

बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को वार्षिक परीक्षाएं 22 मार्च से चल रही है। 24 मार्च से 10वीं व 12वीं को यूपी बोर्ड को परीक्षाएं शुरू होने से बेसिक शिक्षा विभाग के कई शिक्षकों की कक्ष निरीक्षक में ड्यूटी लग गई। इससे बेसिक शिक्षा विभाग के कुछ विद्यालयों में शिक्षकों की कमी होने से प्रधानाध्यापकों के सामने परीक्षा कराने में दिक्कत आई।


बहपुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गोसलपुर तराई में तीन शिक्षक व एक शिक्षामित्र हैं। इसमें से दो शिक्षक बोर्ड परीक्षा ड्यूटी में चले गए प्रधानाध्यापक शिक्षामित्र रह गए। प्राथमिक विद्यालय नगला भुड में तीन शिक्षक है. इसमें एक बोर्ड परीक्षा ड्यूटी करने चले गए तो प्रधानाध्यापक समेत दो शिक्षक ही परीक्षा कराने के लिए रह गए हैं। कंपोजिट विद्यालय महलई में तह शिक्षक हैं। 

इसमें पांच बोर्ड परीक्षा ड्यूटी के लिए रिलीव हो गए प्रधानाध्यापक को अकेले कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की परीक्षा करानी पड़ी। शमसाबाद के प्राथमिक विद्यालय पहाब प्रथम में चार शिक्षक और एक शिक्षामित्र है। इसमें एक का पर और दो बोर्ड परीक्षा ड्यूटी करने चले गए। प्रधानाध्यापक और शिक्षामित्र परीक्षा कराने के लिए रह गए हैं। नवाबगंज के पूर्व माध्यमिक विद्यालय उम्मरपुर में छह शिक्षक है। इसमें एक बीआरसी से अटैच, एक अवकाश पर है। दो बोर्ड परीक्षा ड्यूटी करने गए। इससे प्रधानाध्यापक समेत दो शिक्षक छात्र की परीक्षा कराने के लिए रह गए। अधिकांश विद्यालयों में छात्रों को पास-पास बैठा कर परीक्षा कराई गई। इससे छात्रों ने एक-दूसरे की कापी देखकर परीक्षा दी नकल रोकने के लिए बने सचल दल निरीक्षण के नाम पर खानापूरी कर रहे है।