मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने चार अप्रैल से शुरू हो रहे स्कूल चलो अभियान में दो करोड़ से अधिक बच्चों का नामांकन कराने का निर्देश दिया है। अभियान के तहत अध्यापकों द्वारा घर घर जाकर हाउस होल्ड सर्वे करने और बच्चों का विद्यालय में नामांकन कराने के लिए अभिभावकों को तैयार कराने को कहा है। अभियान का शुभारंभ हर जिले में जन प्रतिनिधियों तथा नोडल अधिकारियों की उपस्थिति में होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रावस्ती जिले से अभियान का शुभारंभ करेंगे।
नामांकन में अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रधानाध्यापक सम्मानित होंगे: मुख्य सचिव ने शनिवार को लोकभवन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्कूल चलो अभियान-2022 की तैयारियों के संबंध में अधिकारियों को संबोधित किया। बेसिक शिक्षा के अधीन संचालित कक्षा 01 से 08 तक के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के अधिकाधिक नामांकन को प्रोत्साहन दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि बच्चों के नामांकन में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रधानाध्यापकों को सम्मानित किया जाएगा। शैक्षिक सत्र 2021-22 में आोयजित परीक्षा में सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को भी सम्मानित किए जाने की बात कही।
सौ फीसदी लक्ष्य को प्राप्त किया जाए: मुख्य सचिव ने कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प के तहत जिन विद्यालयों ने अवस्थापना सुविधाओं के लक्ष्य को शत-प्रतिशत नहीं प्राप्त किया गया है उसे जल्द प्राप्त किया जाए। नामाकंन की संख्या को दो करोड़ के पार पहुंचाने के लिए डोर-टू-डोर हाउस होल्ड सर्वे किया जाए।
बलिया की घटना की पुनरावृत्ति ना हो: जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान बलिया में जिस प्रकार की घटना घटित हुई भविष्य में उसकी पुनरावृत्ति न होने पाए। इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं और पूरी सतर्कता बरती जाए। जो भी असामाजिक तत्व इसमें लिप्त हैं उन पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। बैठक में प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार उपस्थित थे।
30 अप्रैल तक अभियानबैठक से जुड़े मंडलायुक्तों तथा जिलाधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए कि जिले के समस्त परिषदीय विद्यालयों, ब्लॉक संसाधन केन्द्रों तथा जनपद कार्यालयों पर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के सजीव प्रसारण की व्यवस्था की जाए। ‘स्कूल चलो अभियान’ कार्यक्रम 04 अप्रैल से प्रारंभ होकर 30 अप्रैल 2022 तक संचालित किया जाएगा। अभियान के दौरान शिक्षा से प्रेरित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित कराए जाएं।