स्टाफ नर्स की प्रारंभिक परीक्षा में 1025 अभ्यर्थी सफल, 558 पदों पर होनी है भर्ती

स्टाफ नर्स (पुरुष) भर्ती-2017 की प्रारंभिक परीक्षा में 1025 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने सोमवार को प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया। न्यूनतम अर्हता मानक अंक प्राप्त न करने के कारण पदों की संख्या के मुकाबले दो गुना अभ्यर्थी भी मुख्य परीक्षा के लिए सफल नहीं हो सके, जबकि मानक के अनुसार प्रारंभिक परीक्षा में पदों की संख्या के मुकाबले 15 गुना अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किए जाने का प्रावधान है।






चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं विभाग में स्टाफ नर्स (पुरुष) के 558 पदों पर भर्ती के लिए प्रारंभिक परीक्षा 10 अप्रैल 2022 को प्रयागराज और लखनऊ के 38 केंद्रों में आयोजित की गई थी। पहली बार यह परीक्षा दो चरणों (प्रारंभिक और मुख्य) में आयोेजित की जा रही है। इससे पूर्व एक चरण की परीक्षा के माध्यम से स्टाफ नर्स के पदों पर चयन किया जाता था। प्रारंभिक परीक्षा के लिए 18058 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिसमें से 10572 परीक्षार्थी शामिल हुए थे।



प्रारंभिक परीक्षा में 15 गुना को किया जाता है सफल



मानक के अनुसार प्रारंभिक परीक्षा में पदों की संख्या के मुकाबले 15 गुना अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया जाता है। यानी आठ हजार से अधिक अभ्यर्थियों को प्रारंभिक परीक्षा सफलता मिलनी चाहिए थी, लेकिन स्टाफ नर्स (पुरुष) भर्ती-2017 की प्रारंभिक परीक्षा में 1025 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया। आयोग के परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र के अनुसार न्यूनतम अर्हता अंक प्राप्त न करने के कारण पदों की संख्या के मुकाबले 15 गुना अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं हो सके।



प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम आयोग की वेबसाइट एवं कार्यालय के सूचना बोर्ड पर उपलब्ध है। परीक्षा नियंत्रक के मुताबिक अभ्यर्थियों के प्राप्तांक/कट ऑफ अंक आदि की सूचना अंतिम चयन परिणाम घोषित होने के बाद आयोग की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। इस बारे में जन सूचना अधिकार अधिनियम-2005 के तहत अलग से प्रार्थना पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों ने पांच साल किया इंतजार

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने स्टाफ नर्स (पुरुष) के 558 पदों पर भर्ती के लिए मूल विज्ञापन 12 जनवरी 2017 को जारी किया गया था। चयन प्रक्रिया को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। अंबुज कुमार एवं अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य एवं अन्य में पारित आदेश द्वारा चयन प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी। चयन से संबंधित एक अन्य रिट याचिका राघवेंद्र कुमार सिंह एवं अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य एवं अन्य में पारित उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में आयोग ने भर्ती का विज्ञापन निरस्त कर 21 जनवरी 2022 पुनर्विज्ञापन जारी कर दिया और नए सिरे से आवेदन मांग लिए। पुनर्विज्ञापन के तहत कराई गई परीक्षा में आयोग ने बड़ा बदलाव किया और भर्ती परीक्षा दो चरणों में कराने का निर्णय लिया।