देर से स्कूल आए गुरुजी, बच्चे करते रहे इंतजार


 औरया प्राथमिक शिक्षा में सुधार के लिए विभाग की ओर से मिशन प्रेरणा व निपुण भारत जैसी तमाम योजनाएं चलाकर लाइव लक्ष्य निर्धारित किए जा रहे है। इसके पीछे की मंशा है कि प्राथमिक शिक्षा का स्तर मजबूत हो और बच्चों को भाषा व गणित का बेहतर ज्ञान हो सके।






बेहतर शिक्षा के लिए शिक्षकों को समय से स्कूल पहुंचने के निर्देश भी हैं। हालात ये है कि सुबह नौ बजे खुलने वाले कई स्कूल घंटों देरी से संचालित हो रहे हैं। सोमवार को विधूना, महार, ऐरवाकटरा ब्लाक के कई स्कूलों की पड़ताल की गई तो साढ़े नौ बजे तक ताले लटकते मिले। इन स्कूलों के बाहर बच्चे तो मौजूद मिले पर गुरु जी नदारद थे (संवाद)