वाराणसी। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों की दक्षता निपुण लक्ष्य एप से परखी जाएगी। कक्षा एक से तीन तक के बच्चों की पढ़ाई का आकलन किया जाएगा।
एप से दक्षता की जानकारी मिलने के बाद किस क्षेत्र में शिक्षक व अभिभावकों को ध्यान देने की जरूरत है इसका पता चलेगा। करीब दो लाख से अधिक छात्रों को अलग तरीके से भाषा व संख्या का ज्ञान कराया जा रहा है। अब छात्रों को साथ साथ परीक्षा भी देते रहना होगा इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग तकनीक का सहारा ले रहा है।
कोरोना के चलते परिषदीय विद्यालयों में दो वर्ष तक पढ़ाई प्रभावित हुई थी। बच्चों के स्कूल न जाने का असर उनके मानसिक विकास पर भी पड़ा है। शासन ने विद्यालय खुलते ही निपुण भारत मिशन शुरू किया। इसमें कक्षा एक से तीन तक पढ़ने वाले बच्चों
को शिक्षा की मुख्य धारा में पहले की तरह जोड़ा जाना है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए विस्तृत तैयारी की है। पठन पाठन के लिए मार्गदर्शक पुस्तकें तैयार कर शिक्षकों को अलग से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके प्रथम चरण में कक्षा एक से तीन तक पढ़ाने वाले शिक्षकों का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में कक्षा चार व पांच के 2018 शिक्षकों का प्रशिक्षण 10 अक्तूबर से शुरू होगा।
इसके तहत बच्चों की पढ़ाई को पुराने ढर्रे से बदलना बच्चों को रोचक व खेल-खेल में हिंदी भाषा व गणितीय दक्षताओं में निपुण बनाया जाएगा।