लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई साल से तबादले से वंचित आकांक्षी आठ जिलों के शिक्षकों की समस्या को दूर करने को लेकर सकारात्मक रुख अपनाने का भरोसा दिया है.
अपना दल (सोनेलाल) पार्टी से शोहरतगढ़ (सिद्धार्थ नगर) के विधायक विनय वर्मा ने रविवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी. विधायक ने बलरामपुर, बहराइच, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, चित्रकूट, सोनभद्र, फतेहपुर और चंदौली में बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के तबादले और अधिकारियों द्वारा उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेने का मुद्दा उठाया था. सीएम को बताया कि हजारों शिक्षिकाएं ऐसी हैं जिनके पति सैकड़ों किमी दूर पोस्टेड हैं. माता- पिता, सास- ससुर - बच्चे कहीं और रह रहे हैं. पारिवारिक जीवन तहस नहस हो रहा है.
बीएसए ने नहीं लिया ज्ञापन, सीएम ने सुनी पूरी बात
विधायक विनय वर्मा ने मुख्यमंत्री को बताया कि आकांक्षी जिलों में प्राथमिक और जूनियर हाई स्कूल में कार्यरत शिक्षक- शिक्षिका तबादले की मांग को लेकर क्रमिक रूप से धरना- प्रदर्शन और ज्ञापन देने का अभियान चला रहे हैं. सिद्धार्थ नगर में भी बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक- शिक्षिकाओं ने आंदोलन किया था. पारिवारिक समस्याओं से परेशान शिक्षकों ने चार फरवरी को डीएम को मांग पत्र दिया था. मौखिक अनुरोध के बाद छह से आठ फरवरी तक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सिद्धार्थनगर को ज्ञापन देने की कोशिश की लेकिन बीएसए ने मांगों का ज्ञापन नहीं लिया. इसके बाद शिक्षक- शिक्षिका शिक्षण कार्य समाप्त कर दोपहर दो बजे से देर शाम तक अनशन पर बैठती रहीं.
शिक्षकाओं ने विधायक को रास्ते में रोका
विधायक ने मुख्यमंत्री को अपनी वेदना बताते हुए कहा कि शिक्षक- शिक्षिका अपनी समस्या से इतने परेशान हैं कि जनप्रतिनिधियों को रास्ते में रोककर समाधान करने की मांग करने लगते हैं. विनय वर्मा को भी सैकड़ों शिक्षिकाओं ने रास्ते में रोका . मुख्यमंत्री तक बात पहुंचने के आश्वासन पर ही विधायक को आगे बढ़ने दिया.
विधायक विनय वर्मा ने कहा -
शोहरतगढ़ विधान सभा क्षेत्र के विधायक विनय वर्मा ने प्रभात खबर से बातचीत के दौरान बताया कि शिक्षकों के कई बार तबादले हुए हैं लेकिन केवल आठ आकांक्षी जिलों से तबादले नहीं होने से हजारों टीचर के परिवार बिखर रहे हैं. इस समस्या को लेकर आज मुख्यमंत्री से मुलाकात की. उन्होंने आश्वासन दिया है कि कि किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने दिया जायेगा.