देवरिया जिले में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। प्रकरण की जांच कर रही एसटीएफ के रडार पर पांच संदिग्ध शिक्षक आ गए हैं। बीएसए से एसटीएफ ने कागजात मांगा है। जांच पूरी होते ही इनके विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।
यह है मामला
जिले में 2121 परिषदीय विद्यालय हैं, जिसमें ढाई लाख छात्र पढ़ाई करते हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की हुई नियुक्ति में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। किसी के प्रमाण पत्र पर कोई नौकरी कर रहा है तो कोई अंक पत्र में अंक बढ़ाकर नौकरी रहा है। 2021 से इस प्रकरण की जांच एसटीएफ भी कर रही है, अभी तक जिले में फर्जी कागजात पर नौकरी कर रहे 70 शिक्षक बर्खास्त किए जा चुके हैं, अब पांच और शिक्षक एसटीएफ की रडार पर आ गया हैं।
सूत्रों का कहना है कि उन शिक्षकों के कागजात संदिग्ध मिले हैं, एसटीएफ ने उनके कागजात समेत अन्य जानकारियां भी मांगी है। बीएसए हरिश्चंद नाथ ने बताया कि एसटीएफ ने कुछ शिक्षकों के बारे में जानकारी मांगी है। सूचना उपलब्ध करा दिया गया है।
बिना मान्यता के संचालित हो रहे दो विद्यालयों को बंद करने का निर्देश
बरहज नगर में बिना मान्यता के संचालित हो रहे दो निजी विद्यालयों को डीआइओएस ने बंद करने का निर्देश दिया है। इसके बाद निजी विद्यालय संचालकों में खलबली मच गई है। बरहज के पटेल नगर के रहने वाले मुकेश पटेल ने शिकायत की थी कि बरहज में बिना मान्यता के विद्यालय संचालित हो रहे हैं, उनके पास समुचित भवन भी नहीं है और अप्रशिक्षित शिक्षक छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
शिकायत का संज्ञान लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक ने जांच कराई। जांच में प्रधानाचार्य व प्रबंधक ने जो रिपोर्ट व मान्यता संबंधित कागजात दिए, वह वर्तमान में मान्य नहीं है और वह मान्यता पहले ही समाप्त हो चुकी है। डीआइओएस ने बरहज के सेंट मेरी कान्वेंट स्कूल बरहज व जीवन शैली कान्वेंट स्कूल बरहज को तत्काल बंद करने का निर्देश दिया है। सह जिला विद्यालय निरीक्षक महेंद्र प्रसाद ने बताया कि दोनों विद्यालयों की मान्यता 2017 में ही समाप्त हो गई है। दोनों विद्यालयों को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।