महानिदेशक स्कूली शिक्षा ने डीआईओएस को दिया निर्देश


मेधावियों को कॅरियर की राह दिखाएंगे विशेषज्ञ
प्रयागराज प्रमुख संवाददाता। यूपी बोर्ड के मेधावियों को पहली बार प्राइवेट कंसल्टेंट एजेंसियों के विशेषज्ञ कॅरियर की राह दिखाएंगे। इसके लिए दिल्ली की एक और लखनऊ की दो कंपनियों की मदद ली जाएगी। महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को 12 जून को निर्देशित किया है कि तीनों कंपनियों के सहयोग से 2023 की इंटरमीडिएट परीक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए उत्कर्ष उन्नयन कॅरियर गाइडेंस कैंप जल्द लगवाया जाए।

इसका उद्देश्य मेधावियों को प्रतिष्ठित मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए प्रेरित करना है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का मानना है कि विद्यार्थियों को कॅरियर के संबंध में सही जानकारी न होने तथा उचित मार्गदर्शन न मिलने के कारण उनकी प्रतिभा का सही उपयोग नहीं हो पाता है। कई बार वह अपने उद्देश्य से भटक जाते हैं जिस कारण वह देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों शैक्षणिक संस्थाओं में प्रवेश से वंचित रह जाते हैं।

समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ में प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग यूनिट के कंसल्टेंट अतुल दास ने बताया कि पहली बार विशेषज्ञों की मदद लेने का निर्णय लिया गया है ताकि मेधावी बच्चों को देश-विदेश के बड़े संस्थानों में उपलब्ध पाठ्यक्रमों, उनमें प्रवेश की प्रक्रिया, प्रवेश व छात्रवृत्ति परीक्षाएं, शैक्षणिक एक्सचेंज प्रोग्राम आदि से अवगत कराया जा सके।


12वीं की परीक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए उत्कर्ष उन्नयन कॅरियर गाइडेंस कैंप लगाने के निर्देश मिले हैं। यह बहुत अच्छी पहल है। विशेषज्ञों से संपर्क कर कैंप लगाया जाएगा। पीएन सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक