न्यूयॉर्क, एजेंसी। भारत समेत दुनियाभर में खसरे ने फिर से चिंता बढ़ा दी है। सालभर के भीतर इसके रोगियों की संख्या में 20 फीसदी तक का उछाल आया है। 57 देशों में इस वायरल संक्रमण का प्रकोप बढ़ा है और भारत इस सूची में दूसरे स्थान पर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिका के रोग नियंत्रण व रोकथाम केंद्र की संयुक्त रिपोर्ट में ये चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
वर्ष 2023 में दुनियाभर में इस रोग से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़कर 1.03 करोड़ हो गई, जो वर्ष 2022 की तुलना में 20 फीसदी ज्यादा है।
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भारत दूसरा प्रभावित देश पिछले वर्ष कांगो के बाद भारत खसरे से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की सूची में दूसरे स्थान पर रहा। भारत में खसरे के 65,150 मामले देखे गए। वहीं, भारत सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022 में 11 लाख बच्चे टीके की पहली खुराक लेने से चूक गए थे।
टीकाकरण अभियान का सुस्त पड़ना महंगा साबित हुआ
देशों में तेजी से बढ़ा वायरल संक्रमण का प्रकोप
ये होती है दिक्कत
● तेज बुखार होना।
● खांसी, आमतौर पर सूखी।
● नाक बहना या बंद होना।
● आंखों में जलन और लाली होना।
● शरीर पर लाल चकत्ते बनना।
● मुंह के अंदर सफेद दाग।
क्या है खसरा
संक्रामक वायरल बीमारी। मोर्बिलीवायरस वायरस से फैलती है। बच्चों, कमजोर रोग प्रतिरोधक वालों को प्रभावित करती है। वायरस हवा के जरिए फैलता है। इससे पूरे शरीर में दाने निकल आते हैं और लंबे समय तक बने रहते हैं।
पिछले 50 वर्षों में खसरे के टीके ने किसी भी अन्य टीके की तुलना में अधिक लोगों की जान बचाई है। जिंदगियां बचाने के लिए हमें हर व्यक्ति के लिए टीकाकरण सुनिश्चित करना होगा। टीकाकरण अभियान में लगातार निवेश किए जाने की जरूरत है। - डॉ. टेड्रोस घेब्रेयसस, महानिदेशक, डब्ल्यूएचओ