12 May 2025

UP में फर्जी शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई: नौकरी छिनने के साथ वेतन वसूली की तैयारी

 उत्तर प्रदेश में फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी है। शिक्षा, गृह और वित्त विभाग की संयुक्त विशेष टीम ऐसे शिक्षकों का पता लगाकर उनके खिलाफ सख्त कदम उठाएगी। हाल ही में 32 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया था, और अब विभाग इनसे वेतन व भत्तों की वसूली करेगा। भविष्य में भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करते पाए जाने वाले शिक्षकों की नौकरी समाप्त करने के साथ-साथ उनके द्वारा लिए गए पूरे वेतन और भत्तों की वसूली की जाएगी।

पिछले 15 वर्षों में बेसिक शिक्षा विभाग ने 328 फर्जी शिक्षकों को पकड़ा और बर्खास्त किया। जानकारी के अनुसार, 2010 से 2018 के बीच बेसिक और माध्यमिक स्तर पर नियुक्त शिक्षकों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की आशंका है।

हाल ही में बर्खास्त किए गए 32 शिक्षकों में से 29 ने करीब 3.37 करोड़ रुपये वेतन और भत्तों के रूप में हासिल किए थे। विभाग ने इनके खिलाफ रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी किया, लेकिन अभी तक किसी से भी वसूली नहीं हो सकी है।

अब विभाग रिमाइंडर भेजकर वसूली प्रक्रिया को तेज करेगा। हाल ही में हुई उच्चस्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया कि पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआइयू) की सहायता से फर्जी शिक्षकों की पहचान की जाएगी।