प्रयागराज। अधियाचन के प्रारूप को लेकर प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा में 50 हजार से अधिक पदों पर फंसी शिक्षक भर्ती शुरू करने का रास्ता जल्द ही साफ होगा। कार्मिक विभाग, उत्तर प्रदेश अधियाचन का प्रारूप तैयार कर रहा है। प्रारूप तैयार होने के बाद संबंधित विभाग नई भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को रिक्त पदों का अधियाचन भेज देंगे।
आयोग के गठन को दो वर्ष पूरे वाले हैं। आयोग को बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग में शिक्षकों के पदों पर भर्ती करनी है, लेकिन संबंधित विभागों से रिक्त पदों का अधियाचन नहीं मिलने से नई भर्ती शुरू नहीं हो सकी। आयोग के प्रतिनिधियों और बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग के अफसरों के बीच 10 बैठकें होने के बाद भी अधियाचन के
प्रारूप पर विवाद बना रहा।
आयोग के सूत्रों के मुताबिक, अगर संबंधित विभागों ने समय से अधियाचन भेज दिया होता तो अब तक परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक के तकरीबन 30 हजार पदों, अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षिक स्नातक शिक्षक (टीजीटी) व प्रवक्ता (पीजीटी) के 20 हजार से अधिक और अशासकीय महाविद्यालयों में तकरीबन डेढ़
हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी होती।
विवाद खत्म होने के बाद अब कार्मिक विभाग अधियाचन का प्रारूप तैयार कर रहा है। इस कार्य को पूरा होने में एक माह लग सकता है। तैयार प्रारूप संबंधित विभागों और आयोग को भेजा जाएगा। प्रारूप तैयार होने से लेकर अधियाचन मिलने तक दो माह लगेंगे। दो माह बाद नई शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाएगा।
अभ्यर्थियों को पुरानी भर्ती परीक्षा का भी इंतजार
आयोग ने विज्ञापन वर्ष 2022 के तहत टीजीटी-पीजीटी भर्ती परीक्षा की तिथि को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। पीजीटी परीक्षा अगस्त के अंतिम हफ्ते में संभावित है और 21 व 22 जुलाई को प्रस्तावित टीजीटी परीक्षा भी टलने के आसार हैं। इन दोनों परीक्षा को लेकर असमंजस है। पीजीटी परीक्षा तीन बार और टीजीटी परीक्षा दो बार टल चुकी है।