08 June 2025

यूपी, पंजाब, हरियाणा समेत पांच राज्यों में चढ़ेगा पारा... लू चलेगी

 नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के साथ ही मौसम के मिजाज में लगातार बदलाव हो रहा है। पश्चिमी हिमालयी राज्यों में बारिश और बर्फबारी के कारण उत्तर पश्चिम भारत को भीषण गर्मी से मिली राहत का दौर जल्द खत्म होने वाला है। उत्तर प्रदेश से लेकर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान समेत पांच राज्यों में रविवार से फिर अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है। ज्यादातर इलाकों में लू चल सकती है।


मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर पश्चिम भारत में अगले तीन दिन के दौरान अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री तक की वृद्धि होने का अनुमान है। इस दौरान पारा 45-46 डिग्री तक पहुंच सकता है। मध्य भारत में भी अगले चार दिन के दौरान पारा 2-4 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ सकता है। पश्चिमी राजस्थान में 8-10 जून के बीच, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 9-11 जून के दौरान और पूर्वी उत्तर प्रदेश व उत्तरी मध्य प्रदेश में 9 और 10 जून को भीषण गर्मी पड़ने के साथ ही लू चल सकती है। वहीं, दक्षिणी और


पूर्वोत्तर के राज्यों में 10 जून से फिर भारी बारिश की संभावना है। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद पूर्वोत्तर में बनी बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार हुआ है।


भूस्खलन प्रभावित चातेन से 76 सैन्यकर्मी एयरलिफ्ट किए गए


उत्तर सिक्किम के भूस्खलन प्रभावित चातेन से सेना के 76 जवानों को एमआई-17 हेलिकॉप्टर से सुरक्षित निकाल लिया गया। बारिश व भूस्खलन खलन से ये सैनिक चातेन में फंस गए थे। इन्हें पाकयोंग के ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पर लाया गया, जहां से उन्हें गंगटोक व अन्य स्थानों पर भेजा जाएगा।


खराब मौसम और भूस्खलन से उत्तरी सिक्किम के लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग सड़क मार्ग से कट गए थे।


यहां फंसे 1,600 से अधिक सैलानियों को भी सुरक्षित निकाल लिया गया।


1,300 किग्रा राहत सामग्री पहुंचाई


एमआई-17 हेलिकॉप्टर से चातेन में 1,300 किलोग्राम राहत सामग्री पहुंचाई गई। 1 जून को भूस्खलन की चपेट में एक सैन्य शिविर भी आ गया था। इसमें तीन की मौत हो गई व छह लापता हो गए थे।


अरुणाचल में सुधर रहे हालात


अरुणाचल प्रदेश में भी बाढ़ की स्थिति में सुधार हो रहा है। हालांकि, 24 जिलों के 215 गांवों में अब भी 33,200 लोग बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हैं।


असम में बाढ़ में सुधार, नदियों का पानी उतरा


असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार हो रहा है। हालांकि, ब्रह्मपुत्र नदी धुबरी में और कपिली नदी धरमतुल में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, बराक नदी का जल स्तर भी खतरे के निशान से ऊपर है। राज्य के 12 जिलों में 1,296 गांव और तीन लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। ब्रह्मपुत्र नदी का पानी काजीरंगा नेशनल पार्क के बड़े हिस्से में भर गया है। 36,000 से अधिक लोग 133 राहत शिविरों में शरण लिए हैं