लखनऊ : राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्रदेश की सभी विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों की 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य की जाए। इसे कड़ाई से लागू किया जाए। यदि विद्यार्थियों की उपस्थिति निर्धारित सीमा से कम हो तो परीक्षा में बैठने की अनुमति न दी जाए। विश्वविद्यालयों में बैक पेपर की सुविधा समाप्त होनी चाहिए और इसे भी सख्ती से लागू किया जाए।
लखनऊ विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को निर्देश देते हुए कहा कि शिक्षण कार्य के साथ-साथ अध्यापक एवं शोधार्थी लेखन, शोध और पेटेंट के क्षेत्र में अवश्य कार्य करें। हमारे देश के लोगों ने अभी तक शोध किया, किंतु पेटेंट की कमी के कारण उसका लाभ अन्य देशों ने उठाया। इसलिए यह आवश्यक है कि परिश्रम व शोध के परिणामों का पेटेंट कराया जाए। देश के विकास के लिए गांवों के आंगनबाड़ी केंद्रों और प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को भी तकनीकी ज्ञान दिया जाना चाहिए। एक देश में भविष्य की पीढ़ियों के लिए मजबूत आधार तैयार किया जा रहा है।
आगामी पांच वर्षों में देशभर के सरकारी स्कूलों में 50 हजार अटल टिंकering प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी। इनमें से अब तक 10 हजार से अधिक प्रयोगशालाएं शुरू की जा चुकी हैं। इन प्रयोगशालाओं से बच्चों में वैज्ञानिक डिजाइन, प्रयोगशीलता व नवाचार की भावना जागृत होगी। बताया कि प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना के अंतर्गत अगले पांच वर्षों में 10 हजार फेलोशिप प्रदान की जाएगी।