फतेहपुर : शिक्षा विभाग से प्रधानों को लेना होगा नो-ड्यूज प्रमाण पत्र, कार्यकाल समाप्ति के बाद अदेयता प्रमाण पत्र लेना हुआ आवश्यक, आवंटित धनराशि का हिसाब पूरा होने के बाद मिलेगा प्रमाण पत्र


फतेहपुर : कार्यकाल समाप्त होने के बाद ग्राम प्रधानों को अब शिक्षा विभाग अदेयता प्रमाण पत्र जारी करेगा। शिक्षा विभाग इस बात की पुष्टि करेगा कि ग्राम प्रधानों के पास विद्यालय से संबंधित कोई वस्तु व मिड डे मील के तहत खाद्यान्न शेष नहीं बचा है। मिड डे मील के संचालन में ग्राम प्रधानों का हस्तक्षेप समाप्त होने के साथ प्रशासन ने विद्यालय प्रबंध समिति के सहयोग से मिड डे मील का संचालन जारी रखने के भी निर्देश दिए हैं।







बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि मध्यान्ह भोजन योजना व सर्व शिक्षा अभियान के तहत विद्यालयों को आवंटित धनराशि के खर्च में ग्राम प्रधानों का भी हस्तक्षेप रहता था। ग्राम प्रधान व प्रधान शिक्षक के संयुक्त हस्ताक्षर के जरिए ही धनराशि खर्च होती थी। कार्यकाल समाप्त होने के बाद सभी ग्राम प्रधानों को निर्देश दिए गए थे कि वह उपलब्ध खाद्यान्न व परिवर्तन लागत की धनराशि विभाग को सौंप दें। शासन ने निर्देश दिए थे कि इस बात की पुष्टि कर ली जाए कि किसी भी प्रधान के पास विद्यालय की कोई देयता नहीं बची है। इसके लिए प्रत्येक स्कूल के प्रधान शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह खाद्यान्न व किसी भी मद की आवंटित शासकीय धनराशि देय हो तो उसकी वसूली तत्काल करा लें। विद्यालय की कोई सामग्री यदि प्रधान के पास है तो उसे भी वापस लें। इसके बाद प्रधानों को अदेयता प्रमाण पत्र जारी किया जाए।