स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के लिए सिटीजन फीडबैक प्रक्रिया शुरू, जाने कब से शुरू होगी प्रकिया


देवरिया। 

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के लिये अभी से तैयारी होने लगी है। इसके लिये सिटीजन फीडबैक की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। सर्वेक्षण के दौरान यह फीडबैक निकायों की रैंकिंग निर्धारित करने में अपना अहम योगदान निभाता है। सिटीजन फीडबैक के लिये 1 मार्च से 15 अप्रैल तक का समय निर्धारित किया गया है।



स्वच्छ सर्वेक्षण के लिये शासन की ओर से इस बार कुल 7500 अंक निर्धारित किये गये हैं। इसमें 2250 अंक मात्र सिटीजन फीडबैक के लिये होते हैं। इसके अलावा 3000 अंक सेवा स्तर प्रगति और 2250 अंक प्रमाणीकरण के लिये निर्धारित होते हैं। सिटीजन फीडबैक की प्रक्रिया को पूरा करने के लिये पांच माध्यम बनाये गये हैं। जिसमें एक माध्यम फील्ड वेरिफिकेशन का है। इसके तहत निर्धारित कंपनी के कर्मचारी संबंधित निकायों में घर-घर घूमते हुए लोगों से साफ-सफाई व सेवाओं के बारे में उनकी राय जानते हैं। बाकी अन्य चार माध्यम डिजिटल होते हैं। इसमें मोबाइल की जरूरत होती है। विभाग की ओर से बताया गया कि 1 से 28 मार्च तक फील्ड वेरिफिकेशन का काम होगा। इसके अलावा डिजिटल माध्यम के लिये 15 अप्रैल तक का समय निर्धारित किया गया है। इस दौरान माई जीओवी एप, 1969 हेल्पलाइन, क्यूआर कोड, स्वच्छ सर्वेक्षण पोर्टल और स्वच्छता एप के माध्यम से नागरिक अपना फीडबैक दे सकेंगे।

वाल पेंटिंग के जरिये लोगों को जागरूक कर रही नगरपालिका

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के लिये नगरपालिका देवरिया जगह-जगह वाल पेंटिंग बनाकर लोगों को जागरूक कर रहा है। दीवारों पर स्वच्छता के संबंध में स्लोगन लिखकर साफ-सफाई का संदेश दिया जा रहा है। टाउनहाल, रामेश्वर लाल तिराहा, नगरपालिका, भुजौली कॉलोनी स्थित स्लेज फार्म समेत शहर के अन्य प्रमुख जगहों पर वाल पेंटिंग कराई गई है।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में देवरिया को मिली थी 152वीं रैंक

बीते स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में देवरिया जिले को देशभर में 152वीं रैंक मिली थी। यह पिछले दो साल की तुलना में काफी बेहतर था। वर्ष 2019 में 193 तो वर्ष 2020 में जिले को 212वीं रैंक मिल सका था। ऐसे में इस बार देवरिया पहले से बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश में रहेगा।

स्वच्छ सर्वेक्षण में निर्धारित थे 6000 अंक, इस बार 1500 बढ़े:

बीते सभी स्वच्छ सर्वेक्षण में शासन की ओर से 6000 अंक निर्धारित किये जाते थे, लेकिन इस बार का स्वच्छ सर्वेक्षण 7500 अंकों का होगा। वर्ष 2022 में सर्वेक्षण की प्रक्रिया में 1500 अंक बढ़ाये गये हैं। इसमें विभिन्न मानकों को पूरा करना होता है।