स्पोर्ट्स अनुदान 2021-22 में खर्च किए गए धनराशि का हिसाब राज्य परियोजना कार्यालय से मांगा गया है। परिषदीय स्कूलों में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए डिमांड के अनुसार धनराशि जिलों को उपलब्ध कराई गई थी। इस मद में खर्च हुई धनराशि का पूरा ब्यौरा मुख्यालय को नहीं भेजा गया है। इसे गंभीरता से लेते हुए महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने खरीद से संबंधित सभी अभिलेख उपलब्ध कराने का फरमान जारी किया है। साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भौतिक सत्यापन कराते हुए जल्द से जल्द रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है।
मुख्यालय से जारी पत्र में कहा गया है कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों ने खेलकूद सामाग्री सत्यापन की रिपोर्ट परियोजना कार्यालय को अभी तक प्रेषित नहीं की है। जबकि 14 मार्च 2022 तक इसे अनिवार्य रूप से भेजने का निर्देश दिया गया था। इसके तहत जांच आख्या के साथ ब्यौरा बीसएस स्तर से उपलब्ध कराया जाना है।
उन्होंने सभी बीएसए से स्पोर्ट्स अनुदान उपभोग प्रमाण पत्र और साथ ही उन स्कूलों का भी ब्यौरा भेजने को कहा है, जहां स्कूल के खाते में खेल अनुदान की धनराशि नहीं भेजी गई। इस संबंध में देरी की वजह के साथ सभी डाटा तीन दिनों के भीतर राज्य परियोजना कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।