CM Yogi Adityanath ने नेताओं और अधिकारियों से एक-एक स्कूल को गोद लेने का आह्वान किया, परिषदीय स्कूलों में सभी बच्चों को अच्छी से अच्छी सुविधा और पढ़ाई मिले

CM Yogi Adityanath ने नेताओं और अधिकारियों से एक-एक स्कूल को गोद लेने का आह्वान किया, परिषदीय स्कूलों में सभी बच्चों को अच्छी से अच्छी सुविधा और पढ़ाई मिले

स्कूल चलो अभियान की शुरुआत करने इकौना विकास क्षेत्र के जयचन्द पुर कटघरा पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेताओं और अधिकारियों से एक-एक स्कूल को गोद लेने का आह्वान किया। उन्होंने बेसिक स्कूलों में पढ़ाई और ठीक करने पर जोर दिया।


 



आपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में सभी बच्चों को अच्छी से अच्छी सुविधा और पढ़ाई मिले। इसके लिए सभी अधिकारी और जनप्रतिनिधि ध्यान दें। आपरेशन कायाकल्प से वंचित स्कूलों की साजसज्जा और साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें।




स्कूल चलो अभियान का शुभारंभ करने श्रावस्ती पहुंचे मुख्यमंत्री ने राजनैतिक वह विषयों से दूरी बनाए रखी। करीब 25 मिनट के अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने यह जरूर कहा कि पिछली सरकारों ने शिक्षा व्यवस्था पर कोई सकारात्मक काम नहीं किया।



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार से प्रदेश के श्रावस्ती जिले से स्कूल चलो अभियान की शुरुआत कर दी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण बच्चों की शिक्षा सर्वाधिक प्रभावित हुई है। वो दो साल तक स्कूल नहीं जा सके। इस भीषण महामारी का देश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सामना किया और जनजीवन को बचाने का पूरा प्रयास किया गया।


 


योगी ने श्रावस्ती के इकौना के जयचंदपुर कटघरा गांव में स्कूल चलो अभियान की शुरुआत करते हुए सभी शिक्षकों और प्रधानाचार्यों से अनुरोध किया कि घर-घर जाकर दस्तक दीजिए और पूछिए कोई बच्चा स्कूल जाने से वंचित तो नहीं रह गया है। बच्चों का स्कूलों में रजिस्ट्रेशन करवाएं, उन्हें यूनिफॉर्म, किताबें और बैग दें। अगर उन्हें सारी सुविधाएं मिल जाएंगी तो बच्चे दौड़कर स्कूल पहुंचेंगे और हमारा अभियान भी पटरी पर आ जाएगा।



उन्होंने कहा कि स्कूल चलो अभियान एक बड़ा अभियान है। शिक्षा हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। कोरोना संक्रमण के काल में भी आनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दिया गया। शिक्षा प्राप्त होने से व्यक्ति सक्षम होगा और फिर सक्षम समाज और राष्ट्र का निर्माण होगा।


 


कोरोना संक्रमण का बच्चों की शिक्षा पर व्यापक असर पड़ा। दो साल तक स्कूल बंद रहे। दो साल के बाद फिर से स्कूल प्रारंभ हो गए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने शिक्षकों से स्कूल चलो अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया।