शिक्षकों के शोषण के विरोध में मोर्चा, जानें क्या है मामला


बलरामपुर प्रमोशन दिए बिना शिक्षकों से प्रधानाध्यापक का काम लिया जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से शिक्षकों का लगातार शोषण किए जाने पर यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन ने सोमवार को मोर्चा खोल दिया है। बीएसए को ज्ञापन सौंपकर शिक्षकों को प्रमोशन दिए जाने की मांग की गई। कहा कि जिले में सैकड़ों अध्यापक ऐसे है, जिनका मूल पदस्थापना सहायक अध्यापक के पद पर प्राथमिक अथवा पूर्व माध्यमिक विद्यालय में है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग उनसे विद्यालय में प्रधानाध्यापक का काम ले रहा है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष मो. फैजान अंसारी ने कहा कि शिक्षकों से प्रधानाध्यापक का काम तो लिया जा रहा है, लेकिन उन्हें उनके काम के अनुरूप वेतनमान नहीं दिया जा रहा है। एसोसिएशन ने यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के जिलाध्यक्ष देवकुमार मिश्र के नेतृत्व में सोमवार की बड़ी संख्या में शिक्षक जिला पंचायत परिसर में एकत्र हुए। यहां से वे बेसिक शिक्षा कार्यालय पहुचे और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन बीएसए कल्पना देवी को सौंपा। इसमें शिक्षकों का शोषण बंद किए जाने तथा सहायक प्रधानाध्यापक को प्रमोशन देकर प्रधानाध्यापक के पद पर पदोन्नति दिए जाने की मांग की गई है। शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने




CM से मांग की है कि जिले के खड़ शिक्षाधिकारियों से ऐसे अध्यापकों की सूची प्राप्त कर उन्हें उनके काम के अनुरूप प्रधानाध्यापक पद का वेतनमान दें अथवा प्रधानाध्यापक के पद पर प्रमोशन दिया जाए। इस मौके पर एसोसिएशन के जिला महामंत्री अशोक सिंह, कोषाध्यक्ष पीयूष कुमार शर्मा, शिव प्रसाद वर्मा, अजय कुमार मिश्र, रजनीश पांडेय, आशीष कुमार, नूर आलम आदि मौजूद रहे।