शिक्षा विभाग: 3 राज्यों में नौकरी कर रहे अध्यापक का वेतन रोका ,मानव संपदा एप से जिले में तैनात शिक्षक की खुली पोल



बरहनी के कंदवा कंपोजिट विद्यालय में तैनात है शिक्षक

डीएम के आदेश पर पक्ष रखने को नोटिस किया गया जारी

चंदौली:-एक शिक्षक के तीन प्रदेशों में सरकारी नौकरी करने की सूचना पर हड़कंप मच गया। आननफानन में डीएम के आदेश पर शिक्षक को नोटिस जारी करते हुए वेतन रोक दिया गया है। वहीं मामले की जांच शुरू हो गई है।






जनपद के बरहनी विकास खंड के कंदवा कम्पोजिट विद्यालय में कार्यरत शिक्षक आलोक रंजन की जिले में नियुक्ति सात साल पहले हुई थी। नवंबर माह में शिक्षक का विवरण मानव संपदा ऐप पर दर्ज हुआ तो तीन प्रदेशों में सरकारी नौकरी कर वेतन उठाने का मामला सामने आया । इसकी जानकारी होते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह ने तत्काल उक्त शिक्षक का वेतन रोक दिया। साथ ही पूरे मामले की जांच करने के लिए



बरहनी खंड शिक्षाधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी। बरहनी बीईओ को जांच कर पंद्रह दिन के अंदर इसकी रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं जिलाधिकारी ईशा दुहन के निर्देश पर बीएसए ने शिक्षक को नोटिस जारी किया गया। ताकि वह अपना पक्ष रख सके।




“मानव संपदा ऐप पर बीते माह 18 नवंबर को ही शिक्षक का वेतन रोक दिया गया। साथ ही बीईओ को जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है। जांच में यदि साक्ष्य सही पाए गए तो शिक्षक को बर्खास्त कर दिया जाएगा। साथ ही उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के अलावा धनराशि की रिकवरी की कार्रवाई भी की जाएगी। -सत्येंद्र कुमार सिंह, बीएसए. चंदौली



कहां-कहां करता है नौकरी, खुलासा नहीं

चंदौली जिले में तैनात शिक्षक अन्य किन दो राज्यों में नौकरी करता है इसका खुलासा देर शाम तक नहीं हुआ। मामले का खुलासा होते ही शिक्षा विभाग से लेकर स्कूलों तक में हड़कंप मच गया। हालांकि डीएम के निर्देश पर शिक्षक को नोटिस जारी कर पक्ष रखने को कहा गया है। वहीं बीईओ से मामले की जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है।