खुलासा : आंगनबाड़ी पर बच्चों के 65.55 लाख के खिलौने में हुआ ‘खेल’





जांच अधिकारी पर रिपोर्ट बदलने का था दबाव

बहराइच। घटिया खिलौनों की जांच करने वाले अधिकारी को अब रिपोर्ट में बदलाव करने का भी दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में किसी भी तरह के बदलाव से इनकार कर दिया है।

निदेशक को भेजी रिपोर्ट, कंपनी पर कार्रवाई संभव

बहराइच। जांच रिपोर्ट में बदलाव कर भुगतान में रकम कटौती के बीच डीपीओ ने रिपोर्ट निदेशक बाल विकास को भेज दिया है। करार के हिसाब से सामग्री आपूर्ति न करने पर कंपनी पर भी कार्रवाई हो सकती है।

घटिया खेल सामग्री की पुष्टि होने पर वितरण रोक दिया गया है। सीडीपीओ कार्यालय पर सामग्री डंप है। रिपोर्ट निदेशक को भेजी गई है। शासन के आदेश का इंतजार हो रहा है।

राज कपूर, डीपीओ, बहराइच

● प्रदीप तिवारी

बहराइच। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के लिए खरीदे गए खेल के सामान में नामित संस्था ने लाखों का खेल कर दिया है। घटिया खेल सामाग्री ही नहीं आपूर्ति की गई हैं बल्कि निर्धारित खेल के सामान भी नहीं हैं। जिला स्तरीय टीम के सत्यापन में सामने आए घपले पर वितरण रोक दिया गया है। ब्लॉकों पर सीडीपीओ कार्यालयों में खिलौने डंप हैं। कंपनी के भुगतान को रोककर शासन को रिपोर्ट भेजी गई है।

बहराइच प्रदेश के आठ आकांक्षात्मक जिलों में शामिल है। नीति आयोग की ओर से सुझाए गए संकेतांकों में शिक्षा भी शामिल है। लिहाजा बेसिक शिक्षा के साथ ही बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी बच्चों को बेहतर शिक्षा का खाका खींचा गया है। सरकार की ओर से बच्चों के लिए खिलौनों की खरीद की अनुमति दी थी। जैम पोर्टल के माध्यम से कंपनी का चयन कर खिलौनों की आपूर्ति जिले के सभी 14 ब्लॉकों के में किए जाने का प्रावधान किया गया था। बाल विकास की ओर से कंपनी का चयन किया गया। हर केंद्र के लिए 2300 रुपये की लागत से खिलौना किट पर टेंडर पास किया गया था। कंपनी ने टेंडर के बाद ब्लॉकों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के हिसाब से सीडीपीओं को खिलौनों की किट उपलब्ध कराई। किट देखकर अधिकारी दंग रह गए।

डीपीओ ने टीम गठित कर निर्धारित मानक व संख्या के हिसाब से खिलौना की जांच को टीम गठित हुई। जांच में खिलौने ही घटिया नहीं मिले, बल्कि पूरी संख्या भी नहीं रही। टीम की रिपोर्ट पर खिलौनों का वितरण रोक दिया गया है। कंपनी की ओर से 65.55 लाख रुपये से अधिक का बिल डीपीओ कार्यालय को उपलब्ध कराया है। सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर डीपीओ ने भुगतान रोक दिया है। निदेशक बाल विकास को रिपोर्ट भेजी गई है।

फैक्ट फाइल

● 14 ब्लॉकों पर पहुंची खेल सामग्री

● 2850 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए हुई खरीद

● 2300 रुपये की दर से हुई खेल सामग्री की खरीद

● 65.55 लाख रुपये का कंपनी ने बिल भेजा

ओहदेदार की कंपनी पर भुगतान का दबाव

बहराइच। बाल विकास विभाग के अधिकारी की माने तो कंपनी का चयन जैम पोर्टल से किया गया है। घटिया खेल सामग्री आपूर्ति के खुलासे पर भुगतान रोका गया है, लेकिन कुछ बड़े लोग भुगतान का दबाव बना रहे हैं। मामले को दबे पांव सुलझाने की कोशिशें हो रही हैं।

स्टोर में डंप है खिलौनों की खेप

बहराइच। जिले के 14 ब्लॉकों में पहुंचे खिलौनों के खेप का सीडीपीओ कार्यालय के स्टोर में डंप कर दिया गया है। अधिकारी की माने तो 13 प्रकार के खिलौने किट में होने चाहिए। हर किट में अलग-अलग संख्या व खिलौने हैं। हर केंद्र के लिए 2300 रुपये का बजट खिलौनों की खरीद पर खर्च किया गया है।