मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में तेज गर्मी और लू की स्थिति को देखते हुए सभी परिषदीय विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश को 15 जून से बढ़ा कर 26 जून तक कर दिया है। हालांकि, 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विद्यालयों को खोल जाएगा और योग अभ्यास के साथ ही छात्रों को मिष्ठान व फल का वितरण किया जाएगा।
एक उच्च स्तरीय बैठक में सीएम ने भी तेज धूप और लू की आशंका के कारण बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए परिषदीय विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश बढ़ाने के निर्देश दिए थे। सीएम की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। आदेश के अनुसार, अब सभी परिषदीय स्कूल 27 जून को खुलेंगे। परिषद के अधीन संचालित मान्यता प्राप्त विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश के संबंध में विद्यालय प्रबन्ध समिति निर्णय लेने के लिए अधिकृत होगी।
परिषदीय विद्यालयों में दिसंबर 2022 में जारी आदेश के अनुसार परिषदीय विद्यालयों में ग्रीष्म अवकाश 27 दिन और शीतकालीन अवकाश (15 दिन) घोषित किया गया था। इस प्रकार ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश कुल 42 दिवस का अनुमन्य किया गया था।
ग्रीष्मकालीन अवकाश 11 दिन बढ़ाया
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि शिक्षा निदेशक (बेसिक) से प्राप्त अनुमोदन के अनुसार उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन संचालित परिषदीय विद्यालयों / मान्यता प्राप्त बेसिक विद्यालयों में 20 मई 2023 से 15 जून 2023 तक की ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि को 26 जून 2023 तक बढ़ाया जाता है। इसके अनुसार, ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि 20 मई 2023 से 26 जून 2023 तक होगी। निर्देश दिया गया है कि 27 जून 2023 को विद्यालय खोले जाने के पूर्व विद्यालय में पर्याप्त साफ-सफाई, शौचालय की सफाई, बच्चों के लिए शुद्ध पेयजल एवं बैठने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
छोटे बच्चों को मिलेगी राहत
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने बताया कि कुछ दिनों में तेज धूप और लू की आशंका व्यक्त की गई है। अत्यधिक गर्मी का छोटे बच्चों पर विपरीत असर पड़ सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए ग्रीष्मकालीन अवकाश को बढ़ाया गया है। सभी विद्यालय 27 जून से नियमित खुलेंगे और पठन पाठन का कार्य होगा। तब तक परिषदीय विद्यालयों के बच्चे ग्रीष्मकालीन अवकाश में दिए गए गृह कार्य को करना जारी रखेंगे तथा विभिन्न डिजिटल साधनों (दीक्षा ऐप) के माध्यम से अध्ययन करते रहेंगे।