लखनऊ। सिपाही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के बाद अब दोबारा लिखित परीक्षा कराने की तैयारी में जुटा उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ऑनलाइन परीक्षा के विकल्प पर भी विचार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक उच्चाधिकारी दोबारा होने वाली लिखित परीक्षा को फुलप्रूफ बनाने के लिए सारी संभावनाओं को टटोल रहे हैं। ऐसे में यदि परीक्षा कराने की जिम्मेदारी किसी अन्य सरकारी संस्थान को दे दी जाए तो हैरानी की बात नहीं होगी। दरअसल, सिपाही सीधी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के बाद बिना सेंधमारी के दोबारा परीक्षा कराना बोर्ड के लिए मुसीबत का सबब बन चुका है। अधिकारी इस बात को लेकर हलकान हैं कि दोबारा परीक्षा आयोजित करने के दौरान पेपर लीक गैंग, सॉल्वर गैंग, नकल माफिया से कैसे बचा जाए। वहीं परीक्षा कराने वाली कार्यदायी एजेंसी का चयन भी दोबारा होना है, जिसके लिए किसी निजी एजेंसी को मौका देने की हिम्मत अधिकारी जुटा नहीं पा रहे हैं। कई अधिकारियों का मत है कि भर्ती बोर्ड को दिल्ली पुलिस आदि की तरह परीक्षा कराने वाली किसी ऐसी सरकारी संस्था की सेवाएं लेनी चाहिए, जिनके पास पेपर लीक आदि पर अंकुश लगाने का पुख्ता इंतजाम रहता है।
पहले शारीरिक दक्षता परीक्षा कराने पर भी चल रहा विचार : कुछ अधिकारी ऑनलाइन परीक्षा कराने के पक्ष में हैं, हालांकि इसके लिए बड़ी संख्या में कंप्यूटर सेंटरों की आवश्यकता होगी। वहीं दो वर्ष पूर्व आयोजित दरोगा भर्ती की ऑनलाइन परीक्षा में तमाम गड़बड़ियां सामने आ चुकी हैं। जिसके बाद परीक्षा केंद्र बनाए गए कंप्यूटर केंद्रों के संचालकों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज हुए थे। ऐसे में इस विकल्प पर भी विचार हो रहा है कि अभ्यर्थियों को पहले शारीरिक दक्षता परीक्षा करा ली जाए, जिसमें चयनित अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाए।