प्रयागराज। यूपी पुलिस पेपर लीक मामले में एसटीएफ के रडार पर जनपद के कई कोचिंग संचालक भी हैं। पुलिस उन पर नजर रखे हुए है और संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। उधर, इस मामले में गिरफ्तार रवि अत्री से पूछताछ में पता चला है कि प्रयागराज निवासी अंकित ने ही यूपी पुलिस पेपर की प्रिंटिंग कहां हो रही है, इसके बारे में जानकारी दी है। पेपर आउट कराने में उसकी अहम भूमिका रही है। उसके संपर्क में शहर के कई कोचिंग संचालक रहे।
गिरोह को लेकर बनाई जा रही विस्तृत रिपोर्ट
रवि अत्रि और उसके साथियों के गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला है। बिहार-झारखंड से लेकर कोलकाता और दूसरी ओर मध्यप्रदेश और गुजरात में इस गिरोह के कनेक्शन मिले हैं। इसके अलावा यूपी, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब समेत तमाम राज्यों में इस गिरोह ने अपनी जड़ें जमा रखी हैं। ऐसे में इस गिरोह को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट बनाई जा रही है। इसमें हर सदस्य और गिरोह में उसकी भूमिका समेत तमाम डाटा फीड किया जा रहा है।
विवेचक के साथ चार अन्य सहयोगी भी लगाए
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने कंकरखेड़ा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में अभी तक पूरे प्रदेश में इसी मुकदमे को लेकर 17 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। इन आरोपियों के खिलाफ लिखापढ़ी करने, पर्चे काटने, रिमांड आवेदन करने समेत बाकी साक्ष्य संकलन का काम एक विवेचना अधिकारी के वश की बात नहीं है। ऐसे में विवेचक के साथ ही सह विवेचक और चार अन्य लोगों की टीम लगाई है।
● विनय शर्मा
मेरठ। यूपी पुलिस आरक्षी पेपर लीक और आरओ-एआरओ पेपर लीक मामले में पकड़े गए मास्टरमाइंड रवि अत्रि के 35 एजेंट और 20 से ज्यादा कंप्यूटर लैब अब एसटीएफ के रडार पर हैं।
रवि से पूछताछ के बाद एसटीएफ के हाथ 35 लोगों के नाम आए हैं, जो इस गिरोह के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। इनमें सभी आरोपियों के मोबाइल नंबर बंद हैं और इनकी तलाश में टीम को लगाया गया है। वहीं, दूसरी ओर रवि अत्रि ने ऑनलाइन परीक्षाओं में नकल कराने के लिए अपने साथी विक्रम पहल (दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल) के साथ मिलकर कुछ कंप्यूटर लैब बनाई थी, जिनका पता लगाने में एसटीएफ लगी है।
एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने दो दिन पहले यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने वाले मास्टरमाइंड रवि अत्रि निवासी नीमका गौतम बुद्धनगर को गिरफ्तार किया था। रवि अत्रि से पूछताछ और उसके मोबाइल की जांच पड़ताल के बाद 35 एजेंट के नाम का खुलासा हुआ है। इनके नाम की लिस्ट बनाई गई है और अब इनकी तलाश शुरू कर दी गई है। सभी आरोपी यूपी, दिल्ली और आसपास के राज्यों के रहने वाले हैं और रवि के साथ काफी समय से जुड़े हैं।
रवि अत्री से पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ कि इनमें से कई आरोपी तो खुद का ही गैंग चलाते हैं। पेपर लीक होने के समय ये सारे गिरोह एक साथ हाथ मिलाते हैं और पेपर लीक के लिए अपने-अपने स्तर पर प्रयास करते हैं। जिसके हाथ भी पेपर लगता है, वह दूसरे साथियों को पेपर की जानकारी देता है और इसके बाद मोटी रकम का लेनदेन किया जाता है। इन आरोपियों की धरपकड़ कर ली गई तो नकल माफिया/पेपर लीक गैंग/सॉल्वर गैंग का एक साथ सफाया होगा।
वहीं, दूसरी ओर रवि अत्री ने अपने साथी विक्रम पहल के साथ मिलकर ऑनलाइन परीक्षाओं में सेंधमारी कराने को कुछ कंप्यूटर लैब बनवाई थी। इन्हें अलग लोगों के नाम पर रजिस्टर्ड कराया था। 20 से 24 कंप्यूटर लैब का इनपुट सामने आया है और इनके बारे में कभी कार्रवाई की तैयारी है।
● विक्रम हरियाणा के जींद का निवासी है और दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल है। आरोपी विक्रम पहल और रवि अत्रि पुराने दोस्त और पार्टनर हैं। मानेसर में जिस रिसॉर्ट में पेपर पढ़ाया गया था, उसकी व्यवस्था विक्रम ने कराई थी।
● अंकित प्रयागराज का निवासी है और कंसलटेंसी कंपनी चलाता है। इसी ने यूपी पुलिस पेपर की प्रिंटिंग कहां हो रही है, इसका पता लगाया। रवि अत्रि के साथ मिलकर पेपर लीक की प्लानिंग की थी।
● डॉक्टर शरत सिंह रवि का पुराना साथी है और एमबीबीएस कर चुका है। कई लोगों से शरत ने ही रवि की मुलाकात कराई थी।
● सुभाष प्रकाश सुभाष प्रकाश ने ही आरओ-एआरओ का पेपर लीक कराने के बाद राजीव नयन मिश्रा को दिया था। आरोपी बिहार के मधुबनी का निवासी है।
● अतुल वत्स बिहार के पटना का निवासी है और रवि का गुरु है। अभी भी प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कराने और डमी अभ्यर्थी बैठाने का मास्टर है।
● बिट्टू सिंह पटना बिहार का निवासी है और एमबीबीएस पास कर चुका है। रवि का पुराना साथी है। इसी ने रवि और डॉक्टर शुभम मंडल की मुलाकात कराई थी।
● संजीव सिंह बिट्टू का पिता है और काफी समय से रवि और अतुल वत्स के साथ काम करता आ रहा है।
● अजित चौहान जौनपुर का निवासी है और बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक में आरोपी है। रवि के साथ काम करता है।
● विशाल चौरसिया बिहार का निवासी है और कई परीक्षा का पेपर लीक कराया है। आरोपी फिलहाल रवि गिरोह से जुड़ा है।
एसटीएफ रवि अत्रि को रिमांड पर लेगी और तमाम बिंदुओं पर पूछताछ की जाएगी। रवि अत्रि के जो साथी अभी फरार है, उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है। रवि अत्रि की कंप्यूटर लैब कहां-कहां हैं, उनके बारे में जानकारी की जा रही है। -ब्रिजेश सिंह, एएसपी एसटीएफ