पुलिस भर्ती परीक्षा: नई केंद्र नीति से बढ़ानी पड़ेंगी परीक्षा की पालियां


● नई केंद्र निर्धारण नीति के तहत 54 राजकीय वित्त पोषित विद्यालयों में परीक्षा


● शासन ने पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए मांगी गई केंद्रों की सूची, प्रशासन ने भेजी रिपोर्ट



प्रयागराज  प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर जारी की गई नई परीक्षा केंद्र निर्धारण नीति के बाद अब परीक्षाओं में पालियों को बढ़ाना पड़ सकता है। शासन ने पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए इस साल के केंद्रों की सूची मांगी है। नई नीति के अनुसार जब सर्वे किया गया तो जिले में केवल 54 राजकीय और मान्यता प्राप्त विद्यालय ऐसे पाए गए हैं, जो दिए गए निर्देश के दायरे में आते हैं।



जिला स्तर पर जब इन विद्यालयों का सर्वे किया गया तो पाया गया कि इनकी कुल क्षमता 19,644 परीक्षार्थियों परीक्षा कराने की है। जबकि पिछले साल पुलिस भर्ती परीक्षा की बात की जाए तो इसमें दो लाख 78 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए थे। चार पालियों में हुई परीक्षा में प्रत्येक पाली में 69 हजार से अधिक परीक्षार्थियों को बैठाने की क्षमता थी। लेकिन वर्तमान सर्वे के बाद जिन 54 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाने के योग्य पाया गया है, वहां पर एक पाली की क्षमता केवल 19644 परीक्षार्थी बैठाने की है। जबकि जिला प्रशासन को गुरुवार को मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में 1400 परीक्षार्थी क्षमता, रज्जू भय्या राज्य विश्वविद्यालय में 600 परीक्षार्थी क्षमता और मुक्त विश्वविद्यालय परिसर में 500 परीक्षार्थी क्षमता की अनुमति मिली है। वर्तमान में अफसर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संपर्क में हैं। अगर इसके बाद एक पाली में 25 हजार परीक्षार्थी क्षमता की हो गई तो भी लगभग तीन लाख परीक्षार्थियों के होने पर लगभग 11 या 12 पालियों में परीक्षा करानी पड़ सकती है। ऐसे में पालियां बढ़ानी होंगी।


10 किमी के दायरे में होना है परीक्षा केंद्र

नए नियम के अनुसार परीक्षा केंद्र बस अड्डा, रेलवे स्टेशन और कोषागार से अधिकतम 10 किलोमीटर के दायरे में हो सकता है। इसके साथ ही परीक्षा केंद्र के लिए तमाम नियम जारी किए गए हैं। जिसके तहत परीक्षा योग्य केंद्र 54 ही पाए गए हैं।