संभल, विद्यालय से गैर हाजिर मिलने तथा अन्य कार्यों में लापरवाही बरतने पर बीएसए ने दो प्रधानाध्यापक व एक सहायक अध्यापक को निलंबित किया है। बीएसए ने यह कार्रवाई विद्यालयों का औचक निरीक्षण के दौरान खामियां मिलने पर की है। निलंबित शिक्षकों को दूसरे विद्यालयों से संबंद्धीकरण करते हुए खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच अधिकारी नामित किया गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने बताया कि विकासखंड जुनावई के प्राथमिक विद्यालय ढ़डूमरा में 21 जनवरी को बीईओ गुन्नौर ने निरीक्षण किया था। निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापक संदीप कुमार बिना सूचना के अनुपस्थित मिले। इससे पहले भी कई बार किए गए निरीक्षण में प्रधानाध्यापक गैर हाजिर मिले थे। इसके अलावा मानव संपदा पोर्टल पर चिकित्सा अवकाश के लिए आवेदन नहीं किया गया था, जबकि उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर कॉलम में चिकित्सा अवकाश लिखा गया था।
पूरे मामले में प्रधानाध्यापक को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन प्रधानाध्यापक की ओर से कोई जबाव नहीं दिया गया। वहीं, जुनावई के प्राथमिक विद्यालय गंगुर्रा के सहायक अध्यापक अरविंद कुमार भी बिना सूचना अनुपस्थित पाए गए थे। प्रधानाध्यापक ने बताया कि सहायक अध्यापक की ओर से मानव संपदा पोर्टल पर विभिन्न तिथियों में चिकित्सा अवकाश को आवेदन किया गया था, लेकिन एक ही तिथि के चिकित्सा परामर्श पर्चे को बार-बार लगाया गया था। बीएसए ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय ढ़डूमरा के प्रधानाध्यापक संदीप कुमार को निलंबित कर प्राथमिक विद्यालय कादराबाद तथा प्राथमिक विद्यालय गंगुर्रा के सहायक अध्यापक अरविंद कुमार को निलंबन अवधि में प्राथमिक विद्यालय दबतरा से संबंद्ध करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी रजपुरा पोप सिंह को अंतिम जांच अधिकारी नामित किया गया है।
बीएसए ने बताया कि इसके अलावा 29 जनवरी को ब्लॉक संभल के प्राथमिक विद्यालय भदरौला का औचक निरीक्षण किया गया। इसमें सामने आया कि विद्यालय की मरम्मत के लिए भेजी गई राशि का सही उपयोग नहीं किया गया है। मामले में इंचार्ज अध्यापक पलक चौधरी को निलंबित करते हुए प्राथमिक विद्यालय मिठौली से संबंद्ध किया गया है। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय एमएल पटेल को जांच अधिकारी नामित कर आरोप पत्र तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।