नई दिल्ली। राजधानी के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (सीडब्ल्यूएसएन) के लिए 500 से अधिक शिक्षकों की भर्ती होगी। यह नियुक्ति शिक्षा निदेशालय, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली कंटोनमेंट बोर्ड, एनडीएमसी के स्कूलों में होगी।
स्कूलों में लंबे समय से कार्यरत अस्थायी शिक्षकों को उनकी योग्यता के आधार पर नियमित भी किया जा सकता है। रिक्त पदों में सबसे अधिक खाली पद दिल्ली सरकार के स्कूलों में हैं। दिल्ली में करीब 32,398 विशेष आवश्यकता वाले बच्चे हैं।
शिक्षा निदेशालय ने इस पर मसौदा तैयार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकारी स्कूलों में लगभग 29,200 बच्चे नामांकित हैं। विशेष शिक्षा शिक्षकों के लिए 2708 पद स्वीकृत हैं। इसमें 1019 पद नियमित शिक्षक और 1325 पद अतिथि शिक्षकों से भरे गए हैं और 364 पद रिक्त हैं। वहीं, एमसीडी स्कूलों में 1532 स्वीकृत पद हैं। इसमें 1487 पद भरे हैं। हालांकि, इस पर एक मामला कोर्ट में विचाराधीन है। दिल्ली कंटोनमेंट बोर्ड में सात विशेष शिक्षा शिक्षकों के पद हैं। एनडीएमसी में कुल 38 स्वीकृत पद हैं। 20 पद खाली हैं। 18 अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं। इससे लिए अतिरिक्त अधियाचना डीएसएसएसबी को सौंपी जाएगी।
तीन सदस्यीय स्क्रीनिंग समिति का गठन : निदेशालय ने तत्काल एक तीन-सदस्यीय स्क्रीनिंग समिति का गठन करने का निर्देश दिया गया है। इसमें राज्य दिव्यांगता आयुक्त, राज्य शिक्षा विभाग के सचिव और पुनर्वास परिषद के एक नामांकित विशेषज्ञ शामिल होंगे। निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्नातकोत्तर शिक्षक और प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक के तौर पर शिक्षकों की भर्ती होगी।
समिति यह करेगी
● समिति का कार्य यह सुनिश्चित करना है कि जो शिक्षक योग्य हैं, उन्हें विशेष शिक्षक के वेतनमान पर नियमित किया जाए।
● यदि कोई शिक्षक वर्षों से कार्यरत है तो आयु सीमा में छूट देने पर भी विचार किया जाएगा।
● भर्ती प्रक्रिया दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा के तहत की जाएगी।
● भर्ती प्रक्रिया इस शैक्षणिक सत्र से शुरू होगी।