टीका और कलावा पहनकर स्कूल आई छात्रा को शिक्षिकाओं ने रोका, BSA ने लिया एक्शन
यूपी के बदायूं से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां माथे पर टीका और हाथ में कलावा बांधकर स्कूल पहुंची छात्रा को महिला शिक्षकों ने स्कूल आने से रोक दिया। शिक्षिकाओं ने छात्रा को चेतावनी दी अगर स्कूल आना है तो टीका-कलावा छोड़ दो। सहमी छात्रा ने घर पहुंचकर जब ये बात बताई तो परिजन आक्रोशित हो उठे। छात्रा के भाई ने बीएसए से शिकायत कर शिक्षिकाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। छात्रा का वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए ने तीन दिन में बीईओ से रिपोर्ट मांगी है।
मामला ब्लॉक उसावां के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कन्या उसहैत का है। यहां उसहैत कस्बे के रहने वाले एक युवक ने बताया कि उनकी बहन ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय कन्या उसहैत में कक्षा छह में एक सप्ताह पहले ही दाखिला लिया था। उसकी बहन स्कूल माथे पर टीका लगाकर और हाथ में कलावा बांधकर जाती है। इस पर विद्यालय में पढ़ाने वाली दो महिला शिक्षिकाओं ने उसे टोका।
एक शिक्षिका ने कहा कि कल से टीका लगाकर मत आना और दूसरी शिक्षिका ने कहा कलावा काटकर स्कूल आना। विद्यालय में टीका लगाना और कलावा बांधना नियमों के विरुद्ध है। यदि यहां पढ़ना है तो नियमों के अनुसार रहना होगा। घर लौटती ने पूरा मामला परिवार को बताया। जब परिवार के लोगों ने दोनों शिक्षिकाओं से बात की तो उन्होंने कहा कि यहां जो नियम हैं, वे बदले नहीं जाएंगे। इसके बाद छात्रा के भाई ने विभाग के अधिकारियों से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
लोगों ने जताई नाराजगी
प्रधानाध्याक के मुताबिक स्कूल में कई लोग आये थे, जिन्होंने अपनी बात कही। शिक्षिकाओं और अभिभावक से बात कर पूरी स्थित समझेंगे तब सही बात निकलकर सामने आएगी। इस मामले में प्रिसिंपल तैयब अली ने बताया कि जिस दिन यह बात हुई, हम अवकाश पर थे। विद्यालय में स्टाफ व हमारे द्वारा किसी को मना नहीं किया जाता है। हो सकता है बच्चों की भलाई में शिक्षिकाओं ने कुछ कहा हो, जिसे दूसरे तरीके से ले लिया गया हो।
वहीं, बीएसए ने बताया कि मामले की शिकायत मिल गई है। इस मामले में जांच बैठा दी है। जांच बीईओ उसावां ओमप्रकाश करेंगे। बीईओ से तीन दिन के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी गई है। जांच रिपोर्ट में अगर शिक्षिकाओं पर लगे आरोप सही पाए गये तो दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।