27 June 2025

बदलाव : साढ़े चार हजार से अधिक ग्राम पंचायत वार्ड घट जाएंगे

 लखनऊ,

अगले साल होने वाले पंचायत चुनावों की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। ग्राम पंचायतों का आंशिक पुर्नगठन किया जा चुका है। अब वार्डों के पुर्नगठन का काम शुरू किया जा रहा है। 504 ग्राम पंचायते घटने की वजह से वार्डों के भूगोल में भी बदलाव हो जाएगा।



करीब 4608 ग्राम पंचायत वार्डों का कम होना तय है। वहीं 250 के लगभग क्षेत्र पंचायत और 12 वार्ड जिला पंचायत के कम हो जाएंगे। फिलहाल, बीते पंचायत चुनाव से इस बार स्थिति अलग होगी। पंचायतीराज विभाग चुनाव की तैयारियों में जुट गया है। पंचायत चुनावों में वार्डों का गठन जनसंख्या के आधार पर होता है। 1000 की जनसंख्या पर नौ वार्ड बनाए जाते हैं। वहीं 1001 से लेकर 2000 की जनसंख्या पर 11, 2001 से लेकर 3000 की जनसंख्या पर 13 और 3001 से लेकर अधिकतम जितनी जनसंख्या हो 15 वार्ड बनाए जाते हैं। 15 से अधिक वार्ड नहीं बनते। जिस तरह 37 जिलों में 504 ग्राम पंचायतों की संख्या कम हुई है, उससे यह साफ है कि ग्राम पंचायत वार्ड करीब 4608 कम हो जाएंगे। वहीं क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत के वार्डों में भी मामूली कमी आएगी। वर्ष 2021 के चुनाव में 58189 ग्राम पंचायतों में चुनाव हुआ था और इस बार 57695 पंचायतों में चुनाव होगा। वहीं पिछले चुनाव में 3051 डीडीसी, 75855 बीडीसी और 731811 ग्राम पंचायत सदस्य चुने गए थे।

105 ग्राम पंचायतें आंशिक प्रभावित हुई

प्रदेश भर में 105 ग्राम पंचायतें आंशिक प्रभावित हुई हैं। जिसमें से कोई न कोई राजस्व ग्राम इधर से उधर हुआ है। जिन जिलों में यह ग्राम पंचायतें प्रभावित हुई हैं उनमें मऊ में 11, अयोध्या, पीलीभीत, देवरिया व प्रतापगढ़ में 10-10, गोरखपुर में आठ, हरदोई में सात, जौनपुर में छह, अंबेडकर नगर, फर्रुखाबाद, उन्नाव व बाराबंकी में तीन-तीन, गाजियाबाद में चार, गोंडा में पांच, आजमगढ़, बहराइच, बांदा, बुलंदशहर, फतेहपुर, लखीमपुर खीरी, मथुरा, मुजफ्फरनगर, रायबरेली, संत कबीर नगर, शामली व सीतापुर में एक-एक, अलीगढ़, बलरामपुर, चित्रकूट, गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़ और सोनभद्र में दो-दो ग्राम पंचायतें आंशिक प्रभावित हुई हैं। 15 जुलाई तक वार्डों के पुर्नगठन का काम पूरा करने की तैयारी है।


इन जिलों में 11 नई ग्राम पंचायतें बनीं

जिन जिलों में सात राजस्व ग्राम के नाम पर अब ग्राम पंचायतें होंगी, उनमें बस्ती में दो, आजमगढ़, बाराबंकी, फतेहपुर, गोरखपुर, हरदोई, प्रतापगढ़ व उन्नाव के एक-एक राजस्व ग्राम शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर बहराइच और बस्ती में दो-दो नई ग्राम पंचायतें बनीं हैं।