उरई (जालौन)। बेसिक शिक्षा महकमे में इस समय महेवा विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक सुधीर कुमार का कथित तरीके से कार्यालय के तीन लिपिकों के षड्यंत्र में फंसकर पहले पारस्परिक अंतरजनपदीय स्थानांतरण बहराइच जनपद के लिये हुआ बाद में उसका दूसरी बार स्थानांतरण अंतःजनपद कदौरा विकासखंड के कुसमरा बाबनी के प्राथमिक विद्यालय में हुआ इतना ही नहीं कुसमरा बाबनी में पदस्थ महिला शिक्षिका का स्थानांतरण अंतःजनपद स्थानांतरण महेवा विकासखंड के सधारा प्राथमिक विद्यालय में हुआ। यह सारी प्रक्रिया बेसिक शिक्षा सचिव इलाहाबाद के द्वारा अमल में लायी गयी। लेकिन यहां बीएसए कार्यालय में कटमनी का खेला ऐसा चला कि उस जाल में शिक्षक बेचारा पूरी तरह से फंस गया और उसे बीईओ महेवा ने आनन फानन में एक दिन पूर्व विद्यालय से रिलीव भी कर दिया इतना ही नहीं बहराइच जनपद से स्थानांतरित होकर आये शिक्षक को सधारा प्राथमिक विद्यालय में तैनाती दे दी गयी। अब कदौरा विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय कुसमरा बाबनी की सहायक शिक्षिका जिसका
अंतःजनपदीय स्थानांतरण महेवा विकासखंड के सधारा प्राथमिक विद्यालय में हुआ उसे अभी तक कदौरा से रिलीव करने में जल्दबाजी बीएसए द्वारा न दिखाये जाने से कई सवाल खड़े हो गये। इस गंभीर मामले में शिक्षक नेताओं का कहना है कि यदि जिलाधिकारी इस मामले की जांच करा लें तो पूरा मामला साफहो जायेगा जिसमें बीएसए ही नहीं बल्कि उनके कार्यालय की तीन लिपिकों के क्रियाकलापों की भी पोल खुल जायेगी। वैसे देखा जाये तो बेसिक शिक्षा महकमे में जब से अपने बैच के सुपरफास्ट रहे बीएसए ने कार्यभार संभाला तब से कुछ भी ठीकठाक नहीं चल रहा है। कार्यालय सूत्रों की मानें तो बीएसए चारकोणीय व्यवस्था में फंसकर अधिकांश कार्य नियमों को ताक पर रखकर करते चले आ रहे हैं। यही कारण है कि प्राथमिक विद्यालय सधारा में तैनात सहायक शिक्षक सुधीर कुमार का पहले अंतरजनपदीय स्थानांतरण बहराइच जनपद के लिये हुआ बाद में उसका स्थानांतरण अंतःजनपदीय स्थानांतरण कदौरा विकासखंड के कुसमरा बाबनी में हुआ और कुमसरा बाबनी में तैनात महिला शिक्षिका का स्थानांतरण सधारा प्राथमिक विद्यालय में बेसिक शिक्षा सचिव इलाहाबाद द्वारा जारी लिस्ट के अनुसार हुआ। लेकिन इस मामले में बीएसए ने अपनी पूरी प्रतिष्ठा सधारा के प्राथमिक विद्यालय में पदस्थ सहायक अध्यापक सुधीर कुमार जो कि मूल रूप से
जनपद जालौन के ही निवासी है उनको बहराइच जनपद के लिये रिलीव कराने में जोर लगा दिया। अंततः 18 जून को बीईओ महेबा में स्वयं विद्यालय पहुंचकर अनुपस्थित चल चल रहे शिक्षक सुधीर कुमार को रिलीव कर
दिया। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि 18 जून को ही बहराइच से स्थानांतरित होकर आये शिक्षक को सधारा प्राथमिक विद्यालय में तैनाती दे दी गयी। अब सवाल यह उठता है कि सचिव बेसिक शिक्षा इलाहाबाद की दूसरी लिस्ट में प्राथमिक विद्यालय सधारा के सहायक अध्यापक का अंतः जनपदीय स्थानांतरण कदौरा के प्राथमिक विद्यालय कुसमरा बाबनी में हुआ और वहां पदस्थ शिक्षिका का स्थानांतरण सधारा के प्राथमिक विद्यालय में किया गया। कार्यालय सूत्रों की मानें तो इस पूरे मामले में सारा खेल कार्यालय के तीन लिपिकों ने बहराइच
जनपद में पदस्थ शिक्षक से मिलकर खेला जिसमें उन्होंने सहायक अध्यापक सुधीर कुमार को ऐसा फांसा कि वह कुछ समझ ही नहीं पाया और उसका स्थानांतरण बहराइच जनपद कराने में सफल हो गया। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि बीएसए कार्यालय के तीनों लिपिकों ने बीएसए से मंत्रणा करने के बाद ही पूरे चक्रव्यूह रचा था लिहाजा जब मामले में हर रोज नया पेंच फंसा तो बीएसए इस मामले में कोई भी जबाब देने से बचते नजर आ रहे हैं। अब सवाल कदौरा विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय कुसमरा बाबनी में पदस्थ शिक्षिका का अंतः जनपदीय स्थानांतरण महेवा विकासखंड के सधारा प्राथमिक विद्यालय में हुआ था उसको बीएसए ने रिलीव कराने में जल्दबाजी क्यों नहीं दिखायी। ऐसी स्थिति में सचिव बेसिक शिक्षा इलाहाबाद के निर्देश का खुला उल्लंघन बीएसए नहीं कर रहे। फिलहाल यह मामला बेसिक शिक्षा महकमा ही नहीं बल्कि शिक्षकों के बीच भी खासा चर्चा का विषय बना हुआ है दिन पर जहां कार्यालय में इसी मामले को लेकर लिपिकों के बीच चर्चाह होती रहती है तो वहीं शिक्षक नेताओं ने भी इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुये कहा कि यदि इस मामले की गहराई से जिलाधिकारी जांच करा लें तो पूरे मामले में जो षड़यंत्र कार्यालय के तीन लिपिकों ने बीएसए के साथ मिलकर रचा है उसका खुलासा हो जायेगा।